दर्जनों रिटायर्ड अफसरशाह लोकसभा-विधानसभा चुनाव लड़ने को तैयार, नोकरी पाते समय खाई पद एवं गोपनीयता की शपथ का क्या होगा!*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय खोज/भारतीय न्यूज,
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दर्जनों रिटायर्ड अफसरशाह लोकसभा-विधानसभा चुनाव लड़ने को तैयार, नोकरी पाते समय खाई पद एवं गोपनीयता की शपथ का क्या होगा!*
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हरियाणा के अनेको रिटायर्ड IAS-IPS अधिकारी अगले साल होने वाले लोकसभा तथा विधानसभा चुनाव में अपनी किस्मत आजमाने को तैयार हैं। अब से पहले भी कई नोकरशाह विधायक, मंत्री बन चुके हैं। वर्तमान में करीब एक दर्जन पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी ऐसे हैं, जो विभिन्न राजनीतिक दलों के टिकट पर चुनाव लड़ने की जुगत भिड़ा रहे हैं। कुछ अधिकारी टिकट नहीं मिलने की स्थिति में निर्दलीय भी चुनाव लड़ने को तैयारी में हैं। इन अधिकारियों ने अपनी-अपनी पसंद के लोकसभा तथा विधानसभा क्षेत्रों में न केवल जनसंपर्क आरंभ कर रखा है, फिलहाल हिसार से भाजपा के सांसद बृजेंद्र सिंह और सिरसा की भाजपा सांसद सुनीता दुग्गल लोकसभा में जनता का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं, जबकि अभय सिंह यादव नांगल चौधरी से दूसरी बार विधायक हैं। बृजेंद्र सिंह और अभय सिंह यादव रिटायर्ड आइएएस अधिकारी हैं और सुनीता दुग्गल ने IRS से वीआरएस ली थी। अगले साल होने वाले चुनाव में ex IAS चंद्र प्रकाश , जगदीप सिंह औऱ IPS बीएस सन्धु, सुभाष यादव आदि चुनाव लड़कर पुनः ताकत प्राप्त करना चाहते हैं। इस देश मे अभिव्यक्ति की आजादी है उसमें हम दखलंदाजी नही कर सकते। परन्तु हम यह सवाल जरूर कर सकते हैं जब कोई व्यक्ति IAS/IPS/ IRS/HCS/PCS की नोकरी में आता है तो उसको पद एवं गोपनीयता की कसम खिलाई जाती है की अधिकारी कभी भी खाई शपथ को नही तोड़ेगा। लेकिन यह बात भी कटु सत्य है की राजनीति में आते ही सारे कसमे वादे टूट जाते हैं। नेता बनते ही व्यक्ति गिरगिट की तरह समय समय पर रंग बदलने लगता है। यदि कोई पूर्व अधिकारी नेता बनता है तो वह भी अपने स्वार्थपूर्ति के लिए कुछ भी कर सकता है। यदि वह कुछ भी कर सकता है तो फिर उस खाई कसम का क्या होगा जो उसने नोकरशाह बनते समय खाई थी। यह एक ज्वलनशील मुद्दा है इस पर समाज और सरकार को जरूर ध्यान देना चाहिए।