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गम्भीर मुद्दा, हरियाणा से पांच साल में 2512 बच्चे लापता,1008 लड़के व 1502 लड़कियां शामिल*

राणा ओबराय
राष्ट्रीय खोज/भारतीय न्यूज,
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गम्भीर मुद्दा, हरियाणा से पांच साल में 2512 बच्चे लापता,1008 लड़के व 1502 लड़कियां शामिल*
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चंडीगढ़ ;- केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने लापता बच्चों के संबंध में लोकसभा में जानकारी दी है। इस संबंध में सवाल हिसार के सांसद बृजेंद्र सिंह ने पूछा था। मंत्रालय ने बताया है कि जनवरी 2018 से इस साल जून तक हरियाणा से 2,512 बच्चे लापता हुए हैं। इनमें से 1008 लड़के हैं और 1502 लड़किया हैं जबकि दो थर्ड जेंडर के बच्चे हैं। हिमाचल प्रदेश से लापता हुए 547 बच्चों में 394 बेटियां, जम्मू-कश्मीर (लद्दाख सहित) में 214 बच्चों में 138 बेटियां, पंजाब में लापता हुए 947 बच्चों में 662 बेटियां और चंडीगढ़ में लापता 550 बच्चों में 385 लड़कियां हैं। इस हिसाब से हरियाणा का आंकड़ा पड़ोसी राज्यों के मुकाबले ज्यादा है। हरियाणा में हर साल लगभग 500 बच्चे लापता होते हैं।
केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने बताया कि देश में इस अवधि के दौरान 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से 2.75 लाख से अधिक बच्चे लापता हुए हैं। पांच वर्षों के दौरान सबसे अधिक बच्चे मध्य प्रदेश (61,102) से लापता हुए। इसके बाद पश्चिम बंगाल (49,129) और कर्नाटक (27,528) से बच्चे लापता हुए हैं। इस दौरान मंत्रालय ने यह भी जानकारी दी है कि इन सालों के दौरान कि कितने बच्चों को तलाशने में कामयाबी मिली। इन पांच सालों के दौरान हरियाणा पुलिस ने 2849 बच्चे खोजे हैं। इनमें 1797 लड़के हैं और 1051 लड़कियां शामिल हैं। हिसार सांसद बृजेंद्र सिंह का कहना है कि लापता बच्चों की गंभीर समस्या है। इसलिए मंत्रालय से सवाल पूछा गया था।

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