बुधवार को शाहबाद में किसान नेताओं की रिहाई और एमएसपी को लेकर हुई पंचायत, किसान संगठनों ने 12 जून को पिपली में महापंचायत का लिया फैसला*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय ख़ोज/भारतीय न्यूज,
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बुधवार को शाहबाद में किसान नेताओं की रिहाई और एमएसपी को लेकर हुई पंचायत, किसान संगठनों ने 12 जून को पिपली में महापंचायत का लिया फैसला*
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चंडीगढ़ ;- हरियाणा में सूरजमुखी की खरीद MSP पर करने के लिए बवाल मच गया है। बुधवार को कुरुक्षेत्र के शाहबाद में किसान नेताओं की रिहाई और एमएसपी को लेकर पंचायत हुई। जिसमें किसान संगठनों ने 12 जून को पिपली में महापंचायत का फैसला लिया। इसके साथ उन्होंने कहा कि सभी जगह के धरने हटा दिए जाएंगे, सांकेतिक धरना शाहबाद में अनाज मंडी के सामने शाहबाद लाडवा रोड पर निरंतर जारी रहेगा। इस पंचायत में किसान नेता राकेश टिकैत भी पहुंचे थे। इससे पहले हिरासत में लिए गुरनाम सिंह चढ़ूनी समेत 9 किसान नेताओं को पुलिस ने बुधवार दोपहर बाद कुरुक्षेत्र जिला कोर्ट में पेश किया। अदालत में सभी ने जमानत लेने से मना कर दिया। इसके बाद सभी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
बीते कल दिल्ली-चंडीगढ़ हाईवे जाम करने पर गुरनाम चढ़ूनी और दूसरे किसान नेताओं को हिरासत में लिया गया था। किसानों ने रिहाई के लिए सरकार और प्रशासन को 11 बजे तक का अल्टीमेटम दिया था। इस बीच करनाल पहुंचे राकेश टिकैत ने कहा- ‘ऐसा पहली बार हुआ कि किसानों पर MSP को लेकर लाठीचार्ज हुआ हो। अब देश में दिल्ली से बड़ा आंदोलन MSP पर होगा।
कुरुक्षेत्र के लाडवा में किसान एकत्रित हुए।
कुरुक्षेत्र के लाडवा में किसान एकत्रित हुए।
किसानों की गिरफ्तारी के विरोध में किसानों ने टोल प्लाजा पर प्रदर्शन किया। हिसार, सिरसा, रोहतक, करनाल, अंबाला और कुरूक्षेत्र समेत कई जिलों में किसान टोल प्लाजा पर धरने पर बैठे। किसानों ने चेतावनी दी कि अगर हिरासत में लिए किसानों की रिहाई नहीं हुई तो पूरे हरियाणा की सड़कें जाम कर देंगे।
रोहतक में NH-9 जाम करने पहुंचे किसानों से पुलिस की झड़प हुई है।
रोहतक में NH-9 जाम करने पहुंचे किसानों से पुलिस की झड़प हुई है।
वहीं रोहतक में किसानों ने नेशनल हाईवे नंबर 9 जाम किया। पुलिस ने इसे जबरन खुलवाने की कोशिश की तो दोनों पक्षों में झड़प हो गई। जिसके बाद पुलिस ने अखिल भारतीय किसान यूनियन (चढ़ूनी) रोहतक के जिला अध्यक्ष अंकुश सिवाच और वार्ड नंबर एक से जिला पार्षद अमित को हिरासत में लिया।
करनाल में भी किसान दिल्ली-चंडीगढ़ हाईवे NH-44 पर बसताड़ा टोल के पास जाम करने पहुंच गए। यहां पुलिस ने पहले किसानों को समझाने की कोशिश की, वे नहीं माने तो उन्हें हिरासत में लिया गया। शाम को पुलिस ने उन्हें रिहा कर दिया। मंगलवार को जम्मू-दिल्ली हाईवे जाम करने पर पुलिस ने किसानों को लाठीचार्ज कर खदेड़ दिया था। जिसके बाद भाकियू अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी समेत 150 किसानों को हिरासत में लिया गया। वहीं करीब 700 किसानों पर केस दर्ज किया गया है।
कुरुक्षेत्र में किसानों ने नेशनल हाईवे-152D पर गांव अजरावर में पास जाम लगाया। पांच मिनट बाद ही पुलिस ने किसानों को हिरासत में ले लिया।
फतेहाबाद के लाल बत्ती चौक पर किसानों ने CM मनोहर लाल का पुतला जलाय। जींद के उचाना में किसानों ने तहसील कार्यालय के सामने दिल्ली-पटियाला हाईवे पर जाम लगाया।
हिसार में रामायण टोल पर किसान बैठे।
सिरसा के भाव नदी टोल पर भी किसान बैठे। यहां कुछ टोल लेन बंद की।
जींद के उचाना में भी खटकड़ टोल पर किसानों ने मीटिंग बुलाई।
अंबाला में सुबह साहा चौक पर धरने पर बैठे किसानों को पुलिस ने खदेड़ दिया।
हरियाणा सरकार ने कहा कि वे सूरजमुखी को भावांतर योजना के तहत खरीद करने को तैयार है। जिसमें मार्केट रेट पर खरीद में हुए नुकसान की भरपाई सरकार करती है। मगर, किसान MSP पर खरीद की मांग कर रहे हैं। सरकार से बातचीत विफल होने के बाद कल मंगलवार को उन्होंने जम्मू-दिल्ली नेशनल हाईवे को जाम कर दिया।
शाहबाद में किसानों ने मीटिंग की और हाईवे पर ही लंगर चलाया। वहीं पुलिस ने हाईवे को छावनी बनाकर थ्री लेयर सिक्योरिटी करके किसानों को आगे बढ़ने से रोकने के इंतजाम किए।
शाहबाद में किसानों ने मीटिंग की और हाईवे पर ही लंगर चलाया। वहीं पुलिस ने हाईवे को छावनी बनाकर थ्री लेयर सिक्योरिटी करके किसानों को आगे बढ़ने से रोकने के इंतजाम किए। पुलिस हाईकोर्ट के ऑर्डर लाई और 15 मिनट में जाम खोलने को कहा। किसान नहीं माने तो पुलिस ने जमकर लाठीचार्ज किया। किसानों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया और हिरासत में ले लिया गया। इस दौरान किसानों की तरफ से भी पत्थरबाजी करने के आरोप लगे। हालांकि पुलिस देर शाम हाईवे खुलवाने में कामयाब रही।
हाईवे पर चढ़े किसानों को पुलिस ने लाठियां मार-मार कर खदेड़ा। भड़के किसानों ने हरियाणा में जगह-जगह हाईवे ब्लॉक कर दिए। हिसार, रोहतक और कई दूसरी जगह हाईवे के टोल प्लाजाओं पर किसानों ने डेरा जमा लिया।
हाईवे पर चढ़े किसानों को पुलिस ने लाठियां मार-मार कर खदेड़ा। भड़के किसानों ने हरियाणा में जगह-जगह हाईवे ब्लॉक कर दिए। हिसार, रोहतक और कई दूसरी जगह हाईवे के टोल प्लाजाओं पर किसानों ने डेरा जमा लिया।
कांग्रेस बोली- भाजपा का किसान विरोधी रवैया
कांग्रेस प्रवक्ता जयराम रमेश ने इस मुद्दे पर कहा- ”भाजपा का किसान विरोधी रवैया बार-बार सामने आ रहा है। कभी भूमि अधिग्रहण अध्यादेश और काले कृषि कानून लाकर किसानों पर हमले किए जाते हैं तो कभी उनपर सीधा वार किया जाता है, जैसा कि कुरुक्षेत्र में हुआ। शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रहे किसानों पर हुए लाठीचार्ज की हम कड़ी भर्त्सना करते हैं। सरकार को MSP की उनकी मांग पूरी करनी चाहिए न कि बेरहमी से उनकी आवाज़ को दबाने का प्रयास।”
हरियाणा में सूरजमुखी की फसल पर MSP की मांग कर रहे किसानों पर हुए लाठीचार्ज पर BJP की सहयोगी जजपा ने तेवर सख्त कर दिए हैं। JJP के शाहाबाद से MLA रामकरण काला का इसके विरोध में BJP सरकार के मंत्री बनवारी लाल की प्रेस कॉन्फ्रेंस में गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने लाठीचार्ज के फैसले को गलत बताते हुए शुगरफेड के चेयरमैन पद से इस्तीफे की घोषणा कर डाली।