*प्रशासन के कुछ गैर जिम्मेदार अधिकारियों कर्मचारियों की फेलियर के कारण सीएम के जनसंवाद कार्यक्रम में पड़ जाता है विघ्न, यदि आम व खास अपनी समस्या ही राजा के सामने नही रख सकता तो यह हरियाणा CM का कैसा जनसंवाद कार्यक्रम?*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय ख़ोज/भारतीय न्यूज,
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
*प्रशासन के कुछ गैर जिम्मेदार अधिकारियों कर्मचारियों की फेलियर के कारण सीएम के जनसंवाद कार्यक्रम में पड़ जाता है विघ्न,आम व खास अपनी समस्या ही सीएम के समक्ष नही रख सकता तो यह हरियाणा CM का कैसा जनसंवाद कार्यक्रम?*
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
चंडीगढ़ ;- जनसंवाद कार्यक्रम तो आम लोगो के लिए होता है। यदि आम व खास आदमी अपनी समस्या ही राजा के सामने नही रख सकता तो यह कैसा जनसंवाद कार्यक्रम!मुख्यमंत्री एक राजा की तरह होता है जिसके पास बड़ा- छोटा अमीर गरीब, अपना बेगाना, पक्ष विपक्ष सभी तरह के लोग अपनी समस्या लेकर आ सकते हैं। लेकिन प्रशासन के कुछ गैर जिम्मेदार अधिकारियों कर्मचारियों की कमी के कारण सीएम खट्टर के कार्यक्रम में विघ्न पड़ जाता है जिससे सरकार की छवि खराब होती जा रही है। जब से हरियाणा CM ने यह कार्यक्रम शुरू किया है तभी से कार्यक्रम में कोई न कोई घटना घट जाती है। हाल ही में हरियाणा मुख्यमंत्री मनोहरलाल के महेंद्रगढ़ क्षेत्र के गांव नांगल सिरोही में हुए जनसंवाद कार्यक्रम में अपने गांवों की मांगें उठाने जा रहे दो सरपंचों को सीआईए द्वारा गिरफ्तार कर मामले दर्ज किए गए। शनिवार को 35 से अधिक गांवों के सरपंचों ने यादव धर्मशाला में एसोसिएशन की बैठक कर सरपंचों के खिलाफ दर्ज किए मामलों को रद्द करने व जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। सरपंचों की मांग है कि इस घटना के पीछे जिस भी अधिकारी या नेता का हाथ है उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए। वह अपनी मांग रखने सीएम के कार्यक्रम में जा रहे थे लेकिन उनकी मांगे भी सीएम तक नहीं पहुंचने दी गई। सरपंचों का कहना है कि शुक्रवार को क्षेत्र के तीन गांवों में मुख्यमंत्री का जनसंवाद कार्यक्रम था।