शायद हिमाचल चुनावों में नही चला मोदी मैजिक, भाजपा का मुर्झा सकता है कमल! हिमाचलियों ने दिया कांग्रेस के हाथ के साथ?*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय ख़ोज/भारतीय न्यूज,
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शायद हिमाचल चुनावों में नही चला मोदी मैजिक, भाजपा का मुर्झा सकता है कमल! हिमाचलियों ने दिया कांग्रेस के हाथ के साथ?*
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शिमला ;- राष्ट्रीय ख़ोज/भारतीय न्यूज की टीम की जानकारी के अनुसार अब की बार हिमाचल में जनता परिवर्तन के मूड में है। शायद इसीलिए वोटरों ने हाथ का साथ दिया है। टीम की रिपोर्ट के अनुसार इस बार हिमाचल प्रदेश में मोदी मैजिक नही चला औऱ इसीलिए भाजपा का कमल मुर्झा न जाये। सभी पार्टियों को विधानसभा चुनाव के बाद उनके उम्मीदवारों को मतगणना का इंतजार है। मतगणना के बाद ही साफ हो पाएगा की प्रदेश में सरकार किसकी बनेगी। कांग्रेसी इतने जोश में है कि मतगणना से पहले ही अपने सियासी पत्ते फिट करने के लिए कांग्रेस के बड़े नेताओं के यहां दिल्ली दौड़ लगाना शुरू कर दिया है। इस समय कांग्रेस के कई नेता दिल्ली में खूंटा गाड़े बैठे हैं।
दिल्ली में बैठे ये नेता कांग्रेस से सीएम पद के दावेदार हैं। कांग्रेस रिजल्ट को लेकर ओवरकॉन्फिडेंट है? दिल्ली दरबार में लग रही इन नेताओं की हाजिरी से एक बात साफ है किय कांग्रेस में अंदरखाते मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर चिंगारी सुलगी हुई है। दिल्ली पहुंचे ये नेता राष्ट्रीय नेताओं से संपर्क साधने में जुटे हैं। ऐसा लग रहा है कांग्रेस को चुनाव जीतने की नहीं, बल्कि मुख्यमंत्री की ही चिंता रह गई है। पूर्व कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह, कर्नल धनीराम शांडिल, सुखविंद्र सिंह सुक्खू, कौल सिंह ठाकुर और मुकेश अग्निहोत्री भी दिल्ली में इन दिनों अपना तंबू गाड़े हुए हैं। ये सभी खुद को सीएम पद का उम्मीदवार बताते आए हैं। हालांकि अभी मगणना होना बाकी है, लेकिन कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद के दावेदारों ने अपने संपर्कों के जरिए हाईकमान से बातचीत शुरू कर अपना पक्ष रखना शुरू कर दिया है। कांग्रेस ने प्रदेश में चुनाव किसी के चेहरे पर नहीं लड़ा था। ऐसे में नतीजे अगर कांग्रेस के पक्ष में आते हैं तो मुख्यमंत्री कौन होगा इसका निर्णय कांग्रेस हाईकमान को ही लेना है। ऐसे में कांग्रेस के बड़े नेताओं ने अपनी फिल्डिंग पहले ही सेट कर ली है।
कांग्रेस की ओर से नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री, सुखविंद्र सिंह सुक्खू, ठाकुर कौल सिंह, आशा कुमारी, राम लाल ठाकुर और कर्नल धनीराम शांडिल CM की रेस में सबसे आगे हैं। कौल सिंह ठाकुर वीरभद्र सिंह के समय से ही सीएम पद की रेस में बने थे।
माना जा रहा है अगर कांग्रेस चुनाव जीतती है और किसी भी तरह की सहमति ना बनने पर प्रतिभा सिंह को मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। हालांकि असली तस्वीर मतगणना के बाद ही साफ होगी। मगणना के बाद ही साफ हो पाएगा की किसके गुट से कितने उम्मीदवार चुनाव जीतते हैं।