हरियाणा BJP संसदीय दल की मीटिंग में केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत का CM खट्टर पर भड़कने का अर्थ, खतरे में भाजपा मिशन 2024?*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय ख़ोज/भारतीय न्यूज,
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हरियाणा BJP संसदीय दल की मीटिंग में केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत का CM खट्टर पर भड़कने का अर्थ, खतरे में भाजपा मिशन 2024?*
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गुरुग्राम ;- हरियाणा BJP संसदीय दल की मीटिंग में केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह CM मनोहर लाल पर भड़क गए। उन्होंने स्टेट इंचार्ज बिप्लब देब की मौजूदगी में तीखे लहजे में CM से पूछा कि आपके वादे के बाद भी गुरुग्राम में अभी तक डिफेंस यूनिवर्सिटी नहीं बनी और न ही खेड़की दौला से टोल प्लाजा को हटाया गया है। CM खट्टर ने राव को आश्वासन दिया कि जल्द ही यह दोनों काम पूरे हो जाएंगे। मान लो यदि यह दोनों कार्य पूरे नही हुए तो राव का ऊंट किस करवट बैठेगा यह किसी को नही पता। परन्तु एक बात यह भी सत्य है कि राव इंद्रजीत अपने आप को किसी भी बड़े नेता से या हरियाणा सीएम से अपने आप को कम नहीं मानते। इसलिए यह भी साफ है कि राव इंद्रजीत भाजपा मिशन 2024 को खतरे में डाल सकते हैं। वैसे इस मीटिंग का मुख्य एजेंडा संसद के शीतकालीन सत्र में राज्य के मुद्दों को उठाने के लिए था। मीटिंग में तय किया गया कि संसद के दोनों सदनों में हरियाणा के मुद्दों को उठाया जाएगा। सांसदों को स्टेट इंचार्ज बिप्लब ने मुद्दे भी आवंटित किए।
BJP ने यह रणनीति बनाई
दोनों सदनों में हरियाणा के मुद्दों को प्रभावी ढंग से उठाने के लिए पार्टी ने एक खास रणनीति बनाई है। इस रणनीति के तहत लोकसभा और राज्यसभा में मुद्दों को उठाया जाएगा। लोकसभा में हरियाणा के सांसदों के द्वारा उठाए जाने वाले मुद्दों को राज्यसभा में MP पूरा समर्थन करेंगे। इसके लिए राज्यसभा सांसदों को जिम्मेदारी दी गई।
राज्यसभा सांसद DP वत्स को डिफेंस और मेडिकल के मुद्दे उठाने की जिम्मेदारी दी गई है। राव इंद्रजीत को सांसद निधि और सुनीता दुग्गल व कृष्ण लाल पंवार को SC-ST के मुद्दों को उठाने की जिम्मेदारी दी गई। साथ ही यह भी कहा गया है कि सांसद मुद्दों को शालीनता पूर्वक उठाएंगे।
मीटिंग में CM के पहुंचने पर BJP प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ ने पुष्प गुच्छ देकर उन्हें सम्मानित किया। लगभग 2 घंटे चली बैठक में BJP नेताओं ने पार्टी की आगामी नगर निगम व 2024 विधानसभा व लोकसभा चुनाव से संबंधित रणनीति पर मंथन किया। इससे पहले मुख्यमंत्री की उपस्थिति में एक छोटी टोली की बैठक भी रखी गई, जिसमें प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़, प्रदेश प्रभारी बिप्लब देब और संगठन मंत्री ने संसदीय बोर्ड की बैठक में रखे जाने वाले कुछ बिंदुओं पर पहले ही चर्चा की।