भाजपा में आये प्रवासी नेताओं ने पार्टी को आँख दिखाना किया शुरू! बीरेंद्र सिंह किसी से दबके नही करता राजनीति?*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय ख़ोज/भारतीय न्यूज,
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भाजपा में आये प्रवासी नेताओं ने पार्टी को आँख दिखाना किया शुरू! बीरेंद्र सिंह किसी से दबके नही करता राजनीति?*
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हिसार ;- हरियाणा के हिसार के आदमपुर हलके में पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह ने आज अपने समर्थकों की बैठक ली। पोस्टर पर भाजपा नेताओं की फोटो न होने पर बीरेंद्र सिंह ने कहा कि मैं पहले ही साफ कर चुका हूं, हमारा एक संगठन है, बीरेंद्र सिंह के साथी। यह उसके तत्वावधान में किया है। बीरेंद्र सिंह ने कहा कि सत्ताधारी पार्टी ने देशप्रेम का ठेका ले रखा है। इसके 300 से ज्यादा सांसद अपने व्यक्तित्व के दम पर नहीं बल्कि मोदीजी के देश प्रेम और राष्ट्रवाद के कारण जीते। यही देश प्रेम था। मैं जब बेटे के लिए वोट मांगता था तो लोग कहते थे कि हां मोदी जी को वोट देंगे। मैं कहता था कि मेरा बेटा खड़ा है। तब भी लोग मोदी का ही नाम लेते। बीरेंद्र सिंह ने कहा कि मैं अब चुनावी राजनीति नहीं करूंगा, परंतु राजनीति करूंगा। आम आदमी पार्टी के बारे में बीरेंद्र सिंह ने कहा कि मैं पहले ही बता चुका हूं, कि पंजाब में जब इनकी जीत हुई थी, तब माहौल बना था। पंजाब में एक साल पूरा होने के बाद ही अवलोकन होगा। आम आदमी पार्टी को कितनी सफलता मिली या रिजेक्ट हुई। बीरेंद्र सिंह ने कहा कि एसवाईएल पर आप पार्टी जिक्र कैसे करें, जब पंजाब का चीफ मिनिस्टर केजरीवाल के साथ था। केंद्र सरकार को इन मुद्दों को समाधान करना चाहिए। इसमें आपस में सहमति की जरूरत है। कुलदीप की सपोर्ट के सवाल पर कहा कि टिकट का फैसला होना बाकी है। मैं किसी से दबके राजनीति नहीं करता हूं, मैं भाजपा में हूं और भाजपा किसे टिकट देगी, यह फैसला होना अभी बाकी है। जब टिकट का फैसला हो जाए, तब पूछना। भजनलाल का एक स्टेट्स रहा हैं, परंतु कुलदीप पर किसी ने गौर नहीं किया। भजन लाल की तीसरी पीढ़ी चुनाव लड़ चुकी, उसका परिणाम आपको पता है। कुलदीप बिश्नोई मेरे अनुज है, उस पर कोई कमेंट्स नहीं करना चाहता। वह मेरे से भाजपा में बाद आए है। इनेलो और जजपा के एक साथ होने के सवाल पर कहा कि वे अलग हो चुके हैं। उसका फायदा ओपी चौटाला का पोता दुष्यंत उठा ले गया। राजनीति में जिसे बढ़त मिल गई तो वह अपनी बढ़त क्यों खोएगा। 23 मार्च 2023 को बीरेंद्र सिंह के साथी के रुप में मेरे एक लाख साथी जींद में इकट्ठा होंगे।