जिला कष्ट निवारण सोनीपत की बैठक में मंत्री मूलचंद शर्मा ने एसपी को दिए निर्देश, पुलिस अधिकारी की भूमिका की कराई जाए जांच, दोषी पाने पर करें सख्त कार्रवाई*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय ख़ोज/भारतीय न्यूज,
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जिला कष्ट निवारण सोनीपत की बैठक में मंत्री मूलचंद शर्मा ने एसपी को दिए निर्देश, पुलिस अधिकारी की भूमिका की कराई जाए जांच, दोषी पाने पर करें सख्त कार्रवाई*
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चंडीगढ़ ;- हरियाणा के सोनीपत के गांव मुरथल निवासी सुमित की मौत के मामले में पुलिस अब मृतक की पत्नी और मुरथल प्रभारी एवं जांच अधिकारी की तथाकथित साठगांठ की जांच होगी। मामला बुधवार को परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा की अध्यक्षता में हुई परिवेदना समिति की बैठक में उठा। मामला पहले ही झज्जर ट्रांसफर किया जा चुका है।
मृतक सुमित के पिता रामकरण का कहना है कि उसके बेटे को पत्नी रचना उर्फ टीना ने कुछ ऐसी दवाएं दी, जिससे उसे हार्ट अटैक आया। सुमित की मौत 22 मई, 2021 को हुई थी। थाना मुरथल पुलिस ने रामकरण के बयान पर तब टीना और उसके प्रेमी अखिलेश के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया था। बाद में हत्या की धाराएं हटा दी गईं।
ये था मामला,,,,,,,,,,
मुरथल निवासी रामकरण के दो बेटे थे। इसी साल 7 मई को एक बेटे की मौत कोरोना के कारण हो गई। इससे परिवार को गहरा आघात तब लगा। 22 मई को रामकरण के छोटे बेटे सुमित की भी मौत हो गई। सुमित की शादी 12 साल पहले जींद के गांव खटकड़ की रचना उर्फ टीना के साथ हुई थी। सुमित और टीना दूसरे घर में रहते थे।
रामकरण का आरोप है कि उसकी बेटी सरिता 10 जून की रात भाभी टीना के घर सो रही थी। रात को 3 बजे उसने टीना को अपने प्रेमी अखिलेश के साथ संदिग्ध हालत में देखा। उन्होंने उसे समझाने का प्रयास किया तो धमकी दी कि जिस तरह नशा देकर सुमित को मारा है, उसे भी खत्म कर देंगे।
मुरथल पुलिस ने रामकरण के बयान पर टीना और अखिलेश के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया था। बाद में मृतक की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह हार्ट अटैक आई थी। सुमित की मौत के कारणों की जांच अब झज्जर पुलिस कर रही है।
रामकरण ने मंत्री मूलचंद को बताया कि टीना और एसएचओ के बीच मिलीभगत के कारण केस रफा-दफा करने के धाराएं हटाईं गईं। जांच अधिकारी भी टीना से मिला हुआ है। मंत्री ने एसपी राहुल शर्मा को निर्देश दिए कि मामले में थाना प्रभारी और जांच अधिकारी की भूमिका की जांच कराई जाए। दोनों दोषी मिलते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। जांच रिपोर्ट अगली बैठक में पेश करने को कहा गया।
जिला परिवाद एवं कष्ट निवारण समिति की बैठक में मंत्री के सम्मुख 17 शिकायतें रखी गईं। 6 शिकायतों का निपटारा कर दिया गया तथा अन्य पर अगली बैठक में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। शास्त्री कालोनी निवासी दयानंद की मोबाइल टावर को घनी आबादी क्षेत्र से हटाने से संबंधित शिकायत के संदर्भ में मंत्री ने कहा कि यदि मोबाइल कंपनी ने टावर की अनुमति नहीं ली है तो इस टावर को तुरंत सील करवाएं।