नारनौल सिविल हस्पताल प्रशासन को सुविधा बढ़ाने के लिए मन्त्री ओमप्रकाश यादव ने 11लाख की दी अनुदान राशि*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय ख़ोज/भारतीय न्यूज,
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नारनौल सिविल हस्पताल प्रशासन को सुविधा बढ़ाने के लिए मन्त्री ओमप्रकाश यादव ने 11लाख की दी अनुदान राशि*
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चंडीगढ/नारनौल ;- प्रदेश के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ओमप्रकाश यादव ने आज अपने कोटे से सिविल अस्पताल नारनौल में दवाइयों की पूर्ति तथा आवश्यक सामान की आपूर्ति के लिए अपने कोष से 11 लाख रुपए दिए हैं। इसका उपयोग राज्य सरकार की गाइड लाइन के अनुसार जिला प्रशासन की देखरेख में मुख्य चिकित्सा अधिकारी करेंगे।
उन्होंने कहा कि इस विश्वव्यापी महामारी को रोकने के लिए राज्य सरकार पूरी तरह से गंभीर है। नारनौल में नागरिक अस्पताल में लोगों को दवाइयों तथा सामान की कमी से न जूझना पड़े इसी बात के मद्देनजर 11 लाख रुपए जारी किए गए हैं।
श्री यादव ने कहा कि अस्पतालों में हर प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही है। जिला में निजी तथा सरकारी अस्पतालों में 25 वेंटिलेटर सहित बेड मौजूद हैं। इसके अलावा ऑक्सीजन वाले भी बेड पर्याप्त मात्रा में है जिला के नागरिकों को घबराने की जरूरत नहीं है। जरूरत अनुसार बेड की व्यवस्था भी की जा रही है। संकट की इस की इस घड़ी में सरकार पूरी तरह जरूरतमंद व्यक्ति के साथ है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में ऑक्सीजन के नए प्लांट लगाए जा रहे हैं। जिला महेंद्रगढ़ में भी फिलहाल जरूरत के अनुसार एक मीट्रिक टन ऑक्सीजन की सप्लाई की जा रही है। इसे जल्द ही और बढ़ाया जाएगा। इस संबंध में उन्होंने मुख्यमंत्री तथा स्वास्थ्य मंत्री से मिलकर अपनी बात रखी है। वे लगातार इस संबंध में अधिकारियों के संपर्क में हैं। जो भी डिमांड की जा रही है उसे तुरंत पूरा करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
श्री यादव ने आम नागरिकों से भी आह्वान किया है कि वे ऑक्सीजन खत्म होने के बारे में किसी भी प्रकार की अफवाह पर ध्यान ना दें। इस प्रकार अफवाह फैलाने से कालाबाजारी बढ़ने का खतरा रहता है जिससे मरीजों को परेशानी होती है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 का मरीज सरकार द्वारा निर्धारित निजी अस्पताल तथा सरकारी अस्पतालों में इलाज ले रहे हैं। उनको ऑक्सीजन उपलब्ध करवाना सरकार की जिम्मेदारी है तथा सरकार इस संबंध में पूरी गंभीरता के साथ कार्य कर रही है।
श्री यादव ने नागरिकों से भी आह्वान किया कि वे सरकार की गाइडलाइन की पालना करें। जहां तक हो सके सामाजिक कार्यक्रमों को टाला जाना चाहिए। इस दौर में सामाजिक दूरी बनाए रखना बहुत ही आवश्यक है।