फर्जी आईपीएस बन लोगों को बना रहा था ठगी का शिकार! पुलिस ने दबोचा*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय ख़ोज/भारतीय न्यूज,
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फर्जी आईपीएस बन लोगों को बना रहा था ठगी का शिकार! पुलिस ने दबोचा*
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राजस्थान के पाली जिले से एक फर्जी आईपीएस का भंडाफोड़ हुआ है। पुलिस ने पाली के एक 10वीं पास युवक को पिछले चार साल से फर्जी आईपीएस बनकर लोगों को ठगने के आरोप में गिरफ्तार किया है। यह युवक बकायदा वर्दी पहनक और वर्दी में भी आईपीएस के बैजेज, अशोक स्तंभ, स्टार के बैजेज लगे हुए हैं। पाली कोतवाली पुलिस ने युवक के कब्जे से आइपीएस की वर्दी, एयर गन, वॉकी टॉकी हैंडसेट व फर्जी आइकार्ड भी बरामद किया है। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। पाली में नया स्टैंड पर गुरुवार की रात आरोपी पकड़ा गया। वह खुद को सीबीआई का एसपी बताकर ट्रैवल एजेंट पर धौंस जमा रहा था ताकि एसी बस में मुफ्त में मुंबई जा सके। ट्रैवल बस एजेंट की सूचना पर पहुंची पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए युवक की पहचान पाली सर्वोदय नगर निवासी फुसाराम पुत्र रामचंद्र भार्गव के रूप में हुई है। आरोपी ने आईडी कार्ड पर राजवीर शर्मा पुत्र रामप्रसाद शर्मा लिखा हुआ है। प्रारंभिक पड़ताल में उसके द्वारा पूर्व में सेलटैक्स अधिकारी बन कर लोगो को धमकाने और अवैध वसूली करने की बात सामने आई है। एसपी कालूराम रावत ने बताया कि नया बस स्टैंड चौकी प्रभारी ओमप्रकाश चौधरी और उनकी टीम भी आरोपी को देखकर हैरत में पड़ गई क्योंकि वह हुबहू आईपीएस जैसा लग रहा था। जानकारी के मुताबिक, पुलिस ने जब आरोपी फुसाराम को थाने में लाकर पूछताछ की, तो उसने सारी सच्चाई उगल दी। आरोपी को शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया गया, वहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। आरोपी की वर्दी, उस पर लगे आईपीएस, अशोक स्तंभ तथा स्टार के बेजेज, फर्जी आईकार्ड, नकली एयरगन समेत कई प्रतिबंधित वस्तुएं जब्त कर ली गई हैं। एशो आराम की जिंदगी जीने के लिए फर्जी आईपीएस बन गया। मुंबई, पुणे, हैदराबाद तथा बंगलुरू में थ्री व फाइव स्टार होटलों में रौब जमाकर रुकने की भी आदत हो चुकी थी। ब्रांडेड कपड़े भी ठगी कर लेता था। आसपास के लोगों को लगता था कि वह सच में आईपीएस है। बताया जा रहा है कि इसी आरोपी ने करीब चार साल पहले पाली के ही वीडी नगर में एक किशोरी को खुद को आईपीएस अधिकारी बताते हुए धमकाने का प्रयास किया था। तब इसे पकड़कर थाने लाया गया था, लेकिन उस वक्त वर्दी में नहीं होने की वजह से सिर्फ चेतावनी देकर ही छोड़ दिया गया था। पुलिस ने जब आरोपी के बारे में छानबीन की, तो पता चला कि उसका परिवार मूलत: रेण नागौर का रहने वाला है। उसके पिता रामचंद्र की होमगार्ड में सर्विस होने के कारण वो पाली में ही परिवार समेत आकर बस गए थे। आरोपी फुसाराम की हरकतों से उसकी पत्नी भी परेशान होकर मायके चली गई है। फुसाराम पर नागौर जिले में दहेज प्रताड़ना का मुकदमा भी चल रहा है।