पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंद्र ने नवजोत सिद्धू के कतरे पर, महत्वपूर्ण विभाग लेकर दिया झटका!
राणा ओबराय
राष्ट्रीय खोज/भारतीय न्यूज,
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पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंद्र ने नवजोत सिद्धू के कतरे पर, महत्वपूर्ण विभाग लेकर दिया झटका!
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चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने फायर ब्रांड नेता नवजोत सिंह सिद्धू को झटका देते हुए उनका विभाग छीनकर ब्रह्म महिन्द्रा को दे दिया है। जबकि उन्हें बिजली विभाग सौंपा गया है। उधर आज सिद्धू ने भी कैप्टन को एक तरह से चुनौती देते हुए आक्रामक तेवर दिखाए और कहा कि मैं किसी व्यक्ति नहीं पंजाब के लोगों के प्रति जवाबदेह हूं। बताया जाता है कि वह एक-दो दिन बड़ा ऐलान कर सकते हैं। दूसरी ओर, कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सिद्धू का विभाग बदल दिया है। उनको स्थानीय निकाय विभाग की जगह ऊर्जा विभाग दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा विभागों में फेरबदल से और ज्यादा कुशलता और ताजापन आएगा। लोकसभा मतदान के बाद मंत्रीमंडल की अपनी पहली मीटिंग के कुछ घंटे बाद पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने गुरूवार शाम को अपने बहुत से मंत्रियों के विभागों में फेरबदल कर दिया है और कुछ अहम मंत्रियों के विभागों में महत्वपूर्ण तबदीलियाँ की गई हैं।
चार मंत्रियों को छोड़कर बाकी सभी मंत्रियों के विभागों में तबदीली की गई है। इस सम्बन्ध में मुख्यमंत्री ने कहा है कि इस फेरबदल से सरकारी प्रणाली और प्रक्रिया को दुरुस्त करने में मदद मिलेगी और विभिन्न विभागों में पारदर्शिता और कुशलता लाई जा सकेगी। कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि राज्य में कांग्रेस सरकार ने तकरीबन अपना आधा समय पूरा कर लिया है और उन्होंने उम्मीद प्रकट की कि इससे प्रमुख विभागों के कामकाज को चलाने के लिए उनकी टीम में नयी ऊर्जा और जोश आएगा।
मुख्यमंत्री ने लोक सभा मतदान की प्रक्रिया मुकम्मल होने के बाद ही अपने मंत्रियों के विभागों में तबदीली के संकेत दे दिए थे। उन्होंने स्थानीय निकाय विभाग अपने सीनियर साथी ब्रह्म मोहिन्द्रा को दिया है जिनके पास पहले स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग था। ब्रह्म मोहिन्द्रा का यह विभाग अब बलबीर सिंह सिद्धू को दिया गया है। स्थानीय निकाय विभाग पहले नवजोत सिंह सिद्धू के पास था जिनको अब बिजली और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत विभाग दिया गया है। उनका पहला पर्यटन एवं संस्कृति विभाग अब चरनजीत सिंह चन्नी को दिया गया है जिनके पास तकनीकी शिक्षा, औद्योगिक प्रशिक्षण और रोजगार सृजन विभाग बने रहेंगे जबकि विज्ञान और प्रौद्यौगिकी विभाग मुख्यमंत्री ने अपने पास रख लिए हैं। बलबीर सिंह सिद्धू का पशु पालन, मछली पालन और डेयरी विभाग तृप्त सिंह बाजवा को उच्च शिक्षा के साथ दिया गया है। बाजवा के पास ग्रामीण विकास एवं पंचायत विभाग भी रहेंगे। बाजवा को उच्च शिक्षा और पशु पालन विभाग इसलिए दिया गया है क्योंकि सरकार इन सैकटरों को ज्यादा प्राथमिकता देना चाहती है।
हालाँकि बाजवा से भवन एवं शहरी विकास विभाग ले लिया है जोकि सुखविन्दर सिंह सरकारिया को दिया गया है। उसका राजस्व विभाग गुरप्रीत सिंह कांगड़ को दे दिया गया है जोकि पुनर्वास और आपदा प्रबंधन को भी देखते रहेंगे।
मनप्रीत सिंह बादल लगातार वित्त, योजना और प्रोग्राम लागू करने को देखते रहेंगे परन्तु मुख्यमंत्री ने गवर्नेंस सुधार को अपने पास ले लिया है। स्कूल शिक्षा विभाग ओम प्रकाश सोनी से लेकर विजय इंदर सिंगला को दिया गया है जो जन स्वास्थ्य विभाग को भी देखेंगे। सूचना और तकनोलौजी कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने अपने पास रख लिया है। सोनी अब मैडीकल शिक्षा और खोज, स्वतंत्रता सेनानी और फूड प्रोसैसिंग विभागों को देखेंगे। खेल और युवा मामलों के अलावा राणा गुरमीत सिंह सोढी को अब एन आर आई मामलों का प्रभार भी दिया गया है जो कि पहले मुख्यमंत्री के पास था। अरुणा चौधरी से ट्रांसपोर्ट विभाग लेकर रजिया सुलताना को दिया गया है जिनके पास जल आपूर्ति भी रहेगा परन्तु उनको उच्च शिक्षा से मुक्त कर दिया गया है। अरूणा चौधरी को सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास विभाग दिए गए हैं। साधु सिंह धर्मसोत (वन, प्रिंटिंग और स्टेशनरी, एस.सी /बी.सी कल्याण) सुखजिन्दर सिंह रंधावा (सहकारिता, जेल), सुंदर शाम अरोड़ा (उद्योग और कॉमर्स) और भारत भूषण आशु (खाद्य और सिविल स्पलाई, उपभोक्ता मामला) के विभाग में कोई भी तबदीली नहीं की गई।