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भाजपा एक सिर्फ बुलबुला, कांग्रेस है एक लहर जिसमें सबको साथ बहा ले जाने की है शक्ति ;- पूर्व सीएम हुड्डा*

राणा ओबराय
राष्ट्रीय खोज/भारतीय न्यूज़,
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भाजपा एक सिर्फ बुलबुला, कांग्रेस है एक लहर जिसमें सबको साथ बहा ले जाने की है शक्ति ;- पूर्व सीएम हुड्डा*
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चण्डीगढ़ ;- पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने आज अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि कांग्रेस घोषणा पत्र में 72000/-रूपये सालाना न्यूनतम आय की गारंटी गरीबों का खुशहाल जीवन जीने का आधार बनेगी। किसानों का कर्ज माफ होगा, युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे व जीएसटी का सरलीकरण होगा।कांग्रेस जो कहती है वो करती है, जैसाकि राहुल गांधी ने राजस्थान, मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव के दौरान किसानों का कर्ज माफ करने का वायदा किया, जो सरकार बनने पर दो दिन में कर दिखाया और जैसे हमने अपने शासनकाल में किसानों के 16 सौ करोड़ रूपये माफ किये व 3 लाख 82 हजार गरीब परिवारों को सौ-सौ गज के मुफ्त आवासीय प्लॉट दिये।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश भाजपा द्वारा अपने संकल्प पत्र में किये 154 वायदों को पूरा करना तो दूर 9 हजार करोड़ रूपये की लागत वाला हाईवे नं. 152-डी, जो इस्माईलाबाद (कुरूक्षेत्र) से कोटपूतली को जोड़ने वाला, अवार्ड करने के बाद रद्द किया। मेरठ से लोहारू-पिलानी जाने वाला हाईवे जो कांग्रेस शासनकाल में मंजूर हुआ था, को दादरी के बाद सिंगल रोड़ में बदल दिया। दादूपुर-नलवी नहर को किसानों को मिले मुआवजे के उपरांत भी रद्द कर पाटने का आदेश दिया। यही हाल बावल में बनने वाले लोजिसटिक हब का हुआ।
हुड्डा ने भाजपा के शासनकाल में हुई भर्तियों में पारदर्शिता बरते जाने के दावे पर भी सवाल उठाये और कहा कि इस दौरान कई घोटाले उजागर हुए, लेकिन सही जाँच नहीं की गई। एचएसएससी सर्विस सेल्ज काउंटर बना। छोटे कर्मचारी पकड़े गये पर बड़ी मछलियां छोड़ दी गई। सोनीपत में भर्तियों के नाम पर करोड़ों रूपये ऐंठ लिये गये। सरकार के पास घोटालेबाजों के नाम व जिनके पैसे ऐंठे गये, उनकी पूरी सूची पहुंची, पर पूरे खेल में भाजपा मंत्री का नाम आने से सही जांच नहीं हुई। भिवानी ग्रुप-डी की भर्ती के नाम पर 54 लाख रूपये ऐंठ लिये गये। मामले में मास्टर मांइड कौन था व किन बड़े लोगों की मिलीभगत से यह हो पाया, जांच नहीं हुई। एमपीएचडब्ल्यू के 106 कैंडिडेट ऐसे सलैक्ट कर दिये, जिनका शार्ट लिस्ट में नाम नहीं था। जैसाकि हमने पहले ही आशंका जाहिर की थी कि रोडवेज में किलोमीटर स्कीम एक बड़ा घोटाला है। अब यह मामला हाईकोर्ट तक पहुंच गया है। अब सरकार ने स्वयं विजिलेंस जांच के आदेश दिये, जो इस बात की पुष्टि करते हैं कि हमारी आशंका सही थी।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे बार-बार चेताने के बाद भी किसान विरोधी भाजपा सरकार की नींद नहीं टूटी। प्रदेश की मंडियों में विभिन्न कारणों से सरसों एमएसपी पर नहीं खरीदी जा रही, बल्कि कुछ मंडियों में किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य 4200/- रूपये प्रति क्विंटल की जगह 3300/- रूपये प्रति क्विंटल पर बेचने को मजबूर हैं। हमारी मांग है कि हर किसान की पूरी सरसों एमएसपी पर खरीदी जाये। भाजपा सरकार ने करनाल को स्मार्ट सीटी घोषित किया, जो केवल जुमला साबित हुआ, क्योंकि इस प्रोजैक्ट के लिए एक भी पैसा नहीं आया है। एक तरफ तो भाजपा सरकार छात्र संगठनों के चुनाव करवाने का श्रेय ले रही है, वहीं दूसरी ओर कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय के छात्रों की बात न वाईस चांसलर, न स्थानीय प्रशासन और न ही सरकार सुन रही है। सरकार को छात्रों से बात कर विश्वविद्यालय में शांति की बहाली करनी चाहिये। यह कैसी सरकार है जो कर्मचारियों का एचआरए हजम कर गई, अवैध खनन करवा पत्थर हजम कर गई और गरीबों की दाल को भी गलागप कर गई।
हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव व हरियाणा के प्रभारी गुलाम नबी आजाद की अगुआई में चली छः दिन की परिवर्तन यात्रा के बाद मैं दावे के साथ कह सकता हूँ कि प्रदेश की सभी लोकसभा सीटों पर कांग्रेस जीत दर्ज करेगी, क्योंकि भाजपा के कुशासन से सभी वर्ग नाखुश हैं व केवल कांग्रेस ही भाजपा से छुटकारा दिला सकती है। इस परिवर्तन यात्रा से दो संदेश गये – एक – सारी कांग्रेस एकजुट है और दूसरा – प्रदेश की जनता भाजपा की जनविरोधी सरकार को हटाने के लिए आतुर है। कांग्रेस पार्टी के कुशल नेतृत्व व जनसाधारण के लिये उसकी प्रतिबद्धता को लोग अंगीकार कर रहे हैं। कांग्रेस पार्टी सच्चाई व न्याय की पक्षधर है। झूठ और जुमलों पर टिकी एनडीए सरकार के पैर उखड़ रहे है। कांग्रेस पार्टी गेम चेंजर है, जबकि भाजपा केवल नेम चेंजर साबित हुई।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कांग्रेस पार्टी द्वारा जारी घोषणा पत्र का जिक्र करते हुए बताया कि यह निम्न छः मूल सिद्धान्तों पर टिका हैः-
अ- काम – रोजगार और विकास – रोजगार, उद्योग, आधारभूत ढ़ांचा और ग्रामीण विकास
आदि।
ब- दाम – सबके हितार्थ अर्थ व्यवस्था – कृषि, किसान और कृषि श्रमिक, आर्थिक नीति,
न्यूनतम आय योजना आदि।
स- शान – हमारी दूरदर्शिता और दृढ़ इच्छा शक्ति पर गर्व – राष्ट्रीय सुरक्षा, आन्तरिक सुरक्षा,
विदेश नीति, पूर्व सैनिक, केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल आदि।
द- सुशासन – स्वतंत्र और जवाबदेह संस्थानों की मदद से – संस्थान, न्यायपालिका, चुनाव
सुधार, मीडिया व मीडिया की स्वतंत्रता आदि।
य- स्वाभिमान – वंचितों का आत्मसम्मान – महिला सशक्तिकरण, अनुसूचित जाति व जनजाति
और अन्य पिछड़ा वर्ग, जम्मु काश्मीर, पूर्वोत्तर राज्य, धार्मिक और भाषाई
अल्पसंख्यक और वरिष्ठ नागरिक आदि।
र- सम्मान – सभी के लिये सम्मानजनक जीवन – स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा, भोजन और पोषण
सुरक्षा, बाल कल्याण, जल प्रबंधन व खेल आदि।
हुड्डा ने कहा कि घोषणा पत्र के अनुसार देश के सामने विकल्प बिल्कुल स्पष्ट हैः-
आजादी या भय
सद्भाव या घृणा
जोड़ना या तोड़ना
भाईचारा या भेदभाव
गरिमा या उत्पीड़न
सबकी खुशहाली या चंद लोगों की दौलत
परिणाम या जुमला
न्याय या अन्याय
कांग्र्रेस पार्टी प्रथम बिन्दु के पक्ष में है और उम्मीद है कि लोग भी यही चाहेंगे। देश के लोगों को देश के भविष्य और आने वाली पीढि़यों के भविष्य के लिए निर्णायक चुनाव में गम्भीरता और बुद्धिमता से फैसला लेना है – भावुकता से नहीं। समझिये, भाजपा एक बुलबुला है – कांग्रेस एक लहर है जिसमें सबको साथ बहा ले जाने की शक्ति है।

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