डोनाल्ड ट्रंप का जेलेंस्की को अल्टीमेटम / 27 नवंबर तक शांति समझौते पर हस्ताक्षर नहीं किए तो सत्ता से हटाकर भेजेगे जेल!*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय खोज/भारतीय न्यूज,
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
डोनाल्ड ट्रंप का जेलेंस्की को अल्टीमेटम / 27 नवंबर तक शांति समझौते पर हस्ताक्षर नहीं किए तो सत्ता से हटाकर भेजेगे जेल!*
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस-यूक्रेन युद्ध को खत्म करने के लिए तैयार किए गए 28 सूत्री शांति समझौते पर हस्ताक्षर को लेकर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की को अल्टीमेटम दिया है। अमेरिकी विदेश विभाग के माध्यम से भेजे गए संदेश में कहा गया है कि अगर ज़ेलेंस्की 27 नवंबर तक इस समझौते पर दस्तख़त नहीं करते, तो उन्हें सत्ता से हटाकर जेल भेज दिया जाएगा। ट्रंप ने साफ कहा है कि अमेरिका किसी भी कीमत पर अब जंग रुकवाना चाहता है और ज़ेलेंस्की को तुरंत निर्णय लेना होगा। इस बीच, ज़ेलेंस्की हाल के दिनों में अपने करीबी सहयोगियों पर लगे भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों के कारण दबाव में हैं। आरोपितों में दो कैबिनेट मंत्री भी शामिल थे, जिन्हें पद से हटाया जा चुका है। माना जा रहा है कि इन मामलों की आंच ज़ेलेंस्की तक भी पहुंच सकती है और अमेरिका इसी स्थिति का लाभ उठाकर उन पर समझौते को स्वीकार करने का दबाव बना रहा है। अमेरिकी सरकार ने रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध समाप्त करने के लिए एक सीक्रेट 28 सूत्री योजना तैयार की है। इस योजना के तहत युद्ध के बाद यूक्रेन को संप्रभु राष्ट्र के रूप में अधिकार तो मिलेंगे, लेकिन सुरक्षा और सीमाओं से जुड़ी कई शर्तें लागू होंगी। अमेरिका चाहता है कि यूरोप, रूस और यूक्रेन के बीच पिछले तीन दशकों से चला आ रहा तनाव पूरी तरह खत्म हो और रूस भविष्य में हमला न करने की गारंटी दे, साथ ही नाटो का विस्तार भी रोका जाए।
यूक्रेन इस प्रस्ताव के कुछ बिंदुओं से असहमत है। सबसे बड़ी दिक्कत क्राइमिया, डोनेत्स्क और लुहांस्क को रूस का हिस्सा मानने से है। इसके अलावा खेरसोन और जापोरेजिया में ‘जो जहां है वही उसका’ वाली शर्त को भी यूक्रेन स्वीकार नहीं करना चाहता। यूक्रेन का कहना है कि वह इन क्षेत्रों को किसी भी कीमत पर रूस के लिए नहीं छोड़ेगा।

