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दुष्यंत चौटाला किसानों के हितैषी या हमदर्द होने का दिखावा, अब याद आई किसानो की चिंता, सरकार को घेरा!*

राणा ओबराय
राष्ट्रीय खोज/भारतीय न्यूज,
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दुष्यंत चौटाला किसानों के हितैषी या हमदर्द होने का दिखावा, अब याद आई किसानो की चिंता, सरकार को घेरा!*
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चंडीगड़ ;- भाजपा के साथ गठबंधन टूटते ही विपक्ष में आए जजपा नेता दुष्यंत चौटाला हरियाणा सरकार पर हमलावर हो गए हैं। चौटाला ने प्रदेश सरकार को फसल मुआवजा को लेकर लेकर घेरा है। उनका आरोप है कि मौजूदा सरकार किसानों को लेकर गंभीर दिखाई नहीं दे रही है।
न तो सरकार किसानों को चुनाव आचार संहिता लगने से पहले फसल खराबे का मुआवजा दे पाई और न ही रबी फसल की खरीद प्रबंधन पर कोई फैसला ले रही। वहीं, वोट बैंक खिसकने की आशंका के चलते जजपा ने अपनी रणनीति बदल ली है और दसों सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ने का फैसला लिया है।
पत्रकारों से बातचीत में दुष्यंत चौटाला ने कहा कि जजपा लोकसभा चुनाव मैदान में पूरे हौसले और मजबूती के साथ मैदान में उतरेगी। उन्होंने कहा कि पिछले पांच दिनों में जजपा ने सभी 10 लोकसभा के पदाधिकारियों के साथ चुनाव लड़ने के विषय पर विस्तार से चर्चा की है और गुरुवार से हलका स्तर के पदाधिकारियों के साथ भी जजपा प्रभारी और जिला अध्यक्ष बैठकें करेंगे।
उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता लोकसभा चुनाव लड़ने का समर्थन कर रहे हैं। दुष्यंत ने कहा कि कार्यकर्ताओं की मेहनत का फायदा जजपा किसी दूसरे संगठन को कैसे दे सकती है। अब तक कार्यकर्ताओं की मेहनत से जजपा इस मुकाम तक पहुंची है और इस लोकसभा चुनाव में जजपा संगठन की ताकत दिखाएगी। एक अन्य सवाल के जवाब में दुष्यंत ने कहा कि इस बार ताला भी हम लाएंगे और उसमें चाबी भी अपनी लगाएंगे।
दुष्यंत चौटाला ने कहा कि आचार संहिता लगने के चलते अब किसानों को फसल खराबे के मुआवजे के लिए 90 दिन तक इंतजार करना पड़ेगा, क्योंकि जजपा की मांग के बावजूद भी नई हरियाणा सरकार ने समय पर मुआवजा देने बारे फैसला नहीं लिया। इतना ही नहीं प्रदेश सरकार अब तक मंडियों में किसानों की फसलें आने के बावजूद खरीद का प्रबंध भी नहीं कर पाई है। यहां तक कि सरसों को एमएसपी पर खरीदा जाएगा या भावांतर भरपाई योजना से, कौन सी एजेंसी कैसे खरीद करेगी, यह भी तय नहीं हो पाया है। दुष्यंत चौटाला ने मुख्यमंत्री से भ्रमण करने की बजाय किसानों के हित में फसल खरीद बारे जल्द प्रबंधन करने की मांग करी।

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