पूर्व हरियाणा CM हुड्डा ने कहा नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दें मंत्री संदीप सिंह या CM मांगे इस्तीफा, हरियाणा में कानून व्यवस्था का पिटा दिवाला, प्रदेश में खट्टर सरकार नही, दंगा सरकार*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय खोज/भारतीय न्यूज,
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
पूर्व हरियाणा CM हुड्डा ने कहा नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दें मंत्री संदीप सिंह या CM मांगे इस्तीफा, हरियाणा में कानून व्यवस्था का पिटा दिवाला, प्रदेश में खट्टर सरकार नही, दंगा सरकार*
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
चंडीगढ़ ;- पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा है कि छेड़छाड़ के आरोपी मंत्री संदीप सिंह को नैतिकता के आधार पर तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए। अगर वह ऐसा नहीं करते हैं तो मुख्यमंत्री को उनसे इस्तीफा लेना चाहिए।
हुड्डा अपने आवास पर पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने विधानसभा सत्र में उठाए जाने वाले मुद्दों पर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि सरकार ने जानबूझकर सत्र की अवधि छोटी रखी है क्योंकि वह जरूरी मुद्दों पर जवाब नहीं देना चाहती। ऐसा लगता है कि सरकार किसी जल्दबाजी में है। इसीलिए बाढ़ और मुआवजे को लेकर कांग्रेस द्वारा दिए गए काम रोको प्रस्ताव को ध्यान आकर्षण प्रस्ताव में तब्दील कर दिया गया। कांग्रेस ने कानून व्यवस्था में नूंह हिंसा पर चर्चा के लिए भी प्रस्ताव दिया है। लेकिन उसे भी स्पीकर ने टिप्पणी के लिए सरकार के पास भेज दिया।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि परिवार पहचान पत्र की धांधलियों के मसले पर भी सरकार ने स्पष्ट जवाब नहीं दिया। सरकार यह नहीं बता पाई कि आखिर कैसे करोड़पति लोगों को गरीब और गरीबों को आमिर दिखाया जा रहा है। सरकार की प्रॉपर्टी आईडी और परिवार पहचान पत्र में अनगिनत खामियां हैं, इतने अरसे बाद भी ठीक नहीं हो पाईं। बावजूद इसके जिस कंपनी के पास इसे बनाने का ठेका था, उसपर कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की गई।
मेवात में फिर से धार्मिक यात्रा निकाले जाने के सवाल पर हुड्डा ने कहा कि यह सभी का अधिकार है। यात्राओं से किसी को कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए। लेकिन सरकार को प्रत्येक मामले में उसकी गंभीरता को देखते हुए एहतियात बरतना चाहिए। पिछली बार सब कुछ पता होते हुए भी सरकार ने यात्रा की सुरक्षा के संबंध में उचित कदम नहीं उठाए गए। सरकार ने भड़काऊ बयानबाजियों का संज्ञान नहीं लिया, जिसके चलते हिंसा हुई।
हुड्डा ने कहा की धार्मिक यात्राएं कांग्रेस कार्यकाल में भी निकाली जाती थीं, लेकिन कभी किसी तरह की हिंसा नहीं हुई। जबकि बीजेपी सरकार में ऐसी घटनाएं आम हो गई हैं। क्योंकि यह दंगों की सरकार है। केंद्र सरकार द्वारा जारी सामाजिक प्रगति सूचकांक में बताया गया है कि हरियाणा देश का सबसे असुरक्षित राज्य बन गया है। प्रदेश में कानून व्यवस्था का दिवाला पिट चुका है क्योंकि बीजेपी-जेजेपी का इस ओर कोई ध्यान नहीं है। खुद गृहमंत्री के पास उनकी आंख-कान माना जाने वाला सीआईडी विभाग नहीं है। हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस नूंह हिंसा की हाईकोर्ट के सीटिंग जज की निगरानी में न्यायिक जांच मांग रही है। ताकि यह स्पष्ट हो सके की हिंसा क्यों हुई और इसके लिए कौन जिम्मेदार है। लेकिन सरकार जांच से भाग रही है। पार्टी के आगामी कार्यक्रमों के बारे में बोलते हुए हुड्डा ने बताया कि करनाल में 10 सितंबर को ‘जन मिलन’ समारोह होने जा रहा है। इसके अलावा 9 लोकसभा क्षेत्रों में विपक्ष आपके समक्ष कार्यक्रम के बाद पार्टी जिला और विधानसभा सत्र पर कार्यक्रम करेगी।