महाराष्ट्र की राजनीति में हुआ परिवारिक रिश्तों का कत्ल!अजित ने बीजेपी के साथ राजनीतिक रिश्ता बनाकर पारिवारिक रिश्ते की चढाई बलि*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय खोज/भारतीय न्यूज,
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महाराष्ट्र की राजनीति में हुआ परिवारिक रिश्तों का कत्ल!अजित ने बीजेपी के साथ राजनीतिक रिश्ता बनाकर पारिवारिक रिश्ते की चढाई बलि*
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दिल्ली ;- महाराष्ट्र की राजनीति में एकबार फिर बड़ा खेला हुआ है। वैसे तो पुरानी कहावत है राजनीति औऱ जंग में सब जायज़ है। यह भी कहते हैं कि सियासत मौके का खेल है और जो मौकों को भुना लेता है, वही सबसे बड़ा खिलाड़ी होता है. आज महाराष्ट्र की सियासत में अजित पवार बड़े खिलाड़ी साबित हुए. लंबे समय से चली आ रही अटकलों पर उन्होंने पूर्ण विराम लगा दिया. बीजेपी के साथ उनका जो राजनीतिक रिश्ता बना है, उसके लिए उन्होंने पारिवारिक रिश्ते की बलि चढ़ा दी, लेकिन ये सब कुछ अचानक नहीं हुआ, ना तो अजित पवार के दिल में बीजेपी के लिए अचानक से कोई प्यार उमड़ा और ना ही बीजेपी ने एक रात में इतना बड़ा गेम खेल दिया…बल्कि इसके पीछे तो शुद्ध राजनीति है, जिसकी नींव एक महीने पहले से पड़ने लगी थी. हम आपको बताएंगे कि कैसे मुंबई से दिल्ली और दिल्ली से अहमदाबाद तक इस सियासी एसिपोड की स्क्रिप्ट लिखी गई.
*एक झटके में डिप्टी सीएम बन गए पवार*
महाराष्ट्र में रविवार की सुबह बिल्कुल सामान्य थी, छुट्टी का दिन था तो सबकी अपनी-अपनी प्लानिंग थी. लेकिन शाम होते-होते महाराष्ट्र की राजनीति में बहुत कुछ बदल गया. जो अजित पवार कल तक जनता की नजरों में नेता विपक्ष की भूमिका में थे वो अब डिप्टी सीएम हैं और सबसे बड़ी बात ये कि शरद पवार के सियासी भविष्य के सामने उन्होंने नई लकीर खींच दी है.