शायद दुष्यंत चौटाला को वह पल याद आ रहा होगा, जब वह ओपी चौटाला की उंगली पकड़कर आते होंगे चंडीगढ़!*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय ख़ोज/भारतीय न्यूज,
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
शायद दुष्यंत चौटाला को वह पल याद आ रहा होगा, जब वह ओपी चौटाला की उंगली पकड़कर आते होंगे चंडीगढ़!*
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
चंडीगढ़ ;- खून तो आखिर खून ही होता है जो देर सवेर बोलता है, पुकारता है। तीन सालों से अलग अलग राह पर चल रहा चौटाला परिवार का यह नजारा सब को अच्छा लगा होगा जब दुष्यंत चौटाला ने अपने दादा के पैर छूए होंगे। शायद हो सकता है दुष्यंत को वह पल याद आ रहा हो जब वह पूर्व सीएम ओमप्रकाश चौटाला की उंगली पकड़कर चंडीगढ़ आते होंगे। मै यह मान सकता हूँ कि यह पल दादा पोते के लिए बहुत ही सुखद रहा होगा। परिवार में दो दिल फिर मिल रहे हैं, मगर चुपके-चुपके… सियासी लड़ाई में 3 साल पहले दोफाड़ हुए चौटाला परिवार की राह अब ज्यादा समय तक जुदा नहीं रह सकती। इसके संकेत गाहे-बगाहे मिलने भी शुरू हो गए हैं। रविवार की रात गुरुग्राम में भाजपा नेता की बेटी की शादी के रिसेप्शन से एक ऐसी तस्वीर बाहर निकलकर आई, जिसने सिसायत में नई चर्चा पैदा कर दी है। इस रिसेप्शन में हरियाणा के डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला अपने दादा पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला के पैर छूते हुए नजर आए। वहीं दादा ने भी अपने पोते के सिर पर हाथ रखकर आशीर्वाद दिया। 3 दिन पहले जन नायक जनता पार्टी (JJP) के संयोजक और ओमप्रकाश चौटाला के बड़े बेटे अजय चौटाला भी बड़े चौटाला की झोली में गेंद डाल परिवार के एक होने की बात कह चुके है।
बता दें कि आज से 3 साल पहले 7 अक्टूबर 2018 को सोनीपत के गोहाना में हुई रैली के दौरान ही इनेलो के दोफाड़ होने की नींव रखी गई थी। इस रैली के बाद चौटाला परिवार में ऐसी फूट पड़ी कि ओमप्रकाश चौटाला के बड़े बेटे अजय चौटाला और छोटे बेटे अभय चौटाला के बीच की खींचतान सड़क तक आ गई थी। राजनीतिक महात्वकांक्षा के चलते ओपी चौटाला के दोनों बेटों ने अपनी राजनीतिक राह अलग चुन ली।