आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय बनने के बाद प्रदेश के 9 तथा चंडीगड़ के एक आयुष महाविद्यालय को मिली मान्यता को एकेडमिक काउंसिल ने स्वीकृति की प्रदान;- जट्टीयांन
राणा ओबराय
राष्ट्रीय खोज/भारतीय न्यूज,
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आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय बनने के बाद प्रदेश के 9 तथा चंडीगड़ के एक आयुष महाविद्यालय को मिली मान्यता को एकेडमिक काउंसिल ने स्वीकृति की प्रदान;- जट्टीयांन
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चंडीगढ़ ;- श्रीकृष्णा आयुष विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र के कुलपति डॉ बलदेव कुमार की अध्यक्षता में विश्वविद्यालय शैक्षणिक परिषद की पहली बैठक कुरुक्षेत्र में आयोजित की गई, जिसमें करीब एक दर्जन एजैंडा को स्वीकृति प्रदान की गई।
विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ कृष्ण जटियान ने बताया कि बैठक में रखी गई कार्य सूची के सभी एजेंडा पर विचार किया गया। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय बनने के बाद प्रदेश के 9 आयुष महाविद्यालयों तथा चंडीगढ़ के एक आयुर्वेदिक महाविद्यालय की मान्यता को एकेडमिक काउंसिल ने स्वीकृति प्रदान की है। इसके साथ ही बोर्ड ऑफ स्टैडिज ऑफ आयुर्वेद, परीक्षा केन्द्र स्थापित करने, परीक्षा तिथि तथा जे आर किसान कॉलेज के होम्योपैथिक में स्नातक व स्नातकोतर पाठयक्रम संबंधित एजैडे को मंजूरी दी गई है। उन्होंने बताया कि बैठक के दौरान कुछ कॉलेजों की आधारभूत संरचना में पाई गई कमियों को 25 जुलाई तक पूरा करने के निर्देश गए है अन्यथा उन्हें दाखिले की अनुमति नही दी जाएगी। इस बारे में संबंधित महाविद्यालयों को आदेश जारी कर दिए गए हैं। इसके अलावा विश्वविद्यालय में आयुर्वेद एवं अन्य विषयों में पीएचडी शुरू करने के लिए नियम बनाने का सुझाव दिया है ताकि शीघ्र पीएचडी शुरू की जा सके।
बैठक में जयपुर एनआईए के निदेशक डॉ० संजीव शर्मा, आयुष एवं स्वास्थ्य विभाग अतिरिक्त मुख्य सचिव के प्रतिनिधि श्री योगेश मेहता, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से प्रो० अवतार चंद राणा, प्रो० सोमनाथ सचदेवा, श्रीकृष्णा आयुष विश्वविद्यालय के विद्यार्थी कल्याण परिषद के डीन प्रो० अनिल शर्मा, शैक्षणिक परिषद के डीन प्रो० आशीष मेहता, प्रोक्टर प्रो० बलबीर सिंह, परीक्षा नियंत्रक प्रो० सतीश वत्स प्रमुख तौर पर उपस्थित थे।