खेलचंडीगढ़देश-विदेशपंजाबपानीपतमनोरंजनराजस्थानवीडियोशिक्षास्वास्थ्यहरियाणा

सचिन की मेहनत ने दी वर्ल्ड कप के जितने में मदद, लगाई तीन गेंदों पर बाउंड्री लगातार

राणा ओबराय
राष्ट्रीय खोज/भारतीय न्यूज़,
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
सचिन की मेहनत ने दी वर्ल्ड कप के जितने में मदद, लगाई तीन गेंदों पर बाउंड्री लगातार*

 

 

 

,,,,,,,,,,,,,,,,,

भारत-पाकिस्तान की टीमें 2003 वर्ल्ड कप के 36वें मुकाबले में आमने-सामने थी। तब तक भारतीय टीम 5 में से 4 मैच जीत चुकी थी। पाकिस्तान 4 में से 2 मैच हार चुका था। दोनों टीमें तीन साल बाद वनडे में आमने-सामने थी। मैच से पहले ही मीडिया में यह बात होने लगी थी कि यह मैच दुनिया के बेस्ट बल्लेबाजों और गेंदबाजों के बीच है। इस मैच में सचिन तेंदुलकर ने शोएब अख्तर के ओवर में 18 रन बनाए। बाद में शोएब ने उन्हें आउट भी कर दिया। भारत ने पाक के खिलाफ लगातार दो हार के बाद कोई वनडे मुकाबला जीता था।
पाकिस्तान ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। उसने ओपनर सईद अनवर के शतक की मदद से 50 ओवर में 273 रन बनाए। अनवर ने 126 गेंद पर 101 रन की पारी खेली। लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया के लिए सचिन तेंदुलकर ने पहला गेंद खेला। उन्होंने वसीम अकरम के पहले ओवर की तीसरी गेंद पर चौका लगाकर टीम का खाता खोला। दूसरा ओवर करने शोएब अख्तर आए। अख्तर ने मैच से पहले कहा था कि मैं सचिन को जल्दी आउट कर दूंगा।
अख्तर के पहले ओवर की गेंद वाइड थी। सचिन इसके बाद अगली गेंद पर रन नहीं बना सके। दूसरी गेंद पर उन्होंने सिंगल लिया। तीसरी गेंद पर वीरेंद्र सहवाग ने रन नहीं बना सके। अगली गेंद वाइड थी, इस पर दोनों बल्लेबाजों ने छोर बदल लिया। चौथी गेंद अख्तर ने बाउंसर डाली। ऑफ स्टंप से बाहर जाती इस बाउंसर पर सचिन ने अपर कट मारा। गेंद बैकवर्ड प्वाइंट बाउंड्री के बाहर छह रन के लिए चली गई। इसकी अगली गेंद पर सचिन ने पैड पर आती गेंद को ऑन साइड में चौका मारा। उन्होंने आखिरी गेंद को सीधे बल्ले से खेलते हुए स्ट्रेट ड्राइव लगाया। गेंद चार रन के लिए सीमा रेखा से बाहर चली गई। सचिन ने अख्तर के एक ओवर में 18 रन लगाकर पाकिस्तानी गेंदबाजों के हौसले पस्त कर दिए। कप्तान पाकिस्तान के कप्तान वकार यूनुस ने अख्तर को गेंदबाजी से हटा दिया। वे खुद गेंदबाजी के लिए आए। उन्होंने छठे ओवर में लगातार दो गेंद पर सहवाग और सौरव गांगुली को पवेलियन भेज दिया। सचिन ने 75 गेंद पर 98 रन की पारी खेली। वे जब आउट हुए तब 134 गेंद पर 97 रन बनाने थे। यानी 4.34 के स्ट्राइक रेट से। जिसे राहुल द्रविड़ और युवराज सिंह ने आसानी से हासिल कर लिया। शोएब ने 10 ओवर में एक विकेट पर 72 रन दिए। भारत ने वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के लिए 100% जीत के रिकॉर्ड को कायम रखा। टूर्नामेंट के बाद वर्ल्ड कप आयोजन समिति के प्रमुख अली बाकर ने कहा था, “हम चाहते थे कि यह वर्ल्ड कप अब तक का सबसे सफल सीजन हो। सेंचुरियन में पाकिस्तान के खिलाफ सचिन की पारी ने हमें वह हासिल करने में मदद की है।” वहीं, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के प्रमुख शहरयार खान ने कहा था: “भारत ने तेंदुलकर की मदद से बेहतर खेल दिखाया। वे हमसे बेहतर साबित हुए, लेकिन मैच हारना कोई अपमान नहीं था।”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!