सीएम नीतीश कुमार भाजपा पर पड़े भारी, नीतीश की नाराजगी के कारण बीजेपी प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन का कटा टिकट!
राणा ओबराय
राष्ट्रीय खोज/भारतीय न्यूज,
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सीएम नीतीश कुमार भाजपा पर पड़े भारी, नीतीश की नाराजगी के कारण बीजेपी प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन का कटा टिकट!
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पटना :- बीजेपी के मुसलिम फेस और तेज-तर्रार राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन को किस खता की सजा मिली है! क्या बिहार के सीएम की किसी नाराजगी ने उनकी बलि ली है? जानकार कहते हैं, बात में दम है। यह महज संयोग नहीं है कि बीजेपी कोटे की जो पांच सीटें जदयू को मिली है,उनमें से दो के दावेदार नीतीश के ‘गुड बुक’ में नहीं रहे हैं। बांका और भागलपुर की सीट इसकी बानगी है। नीतीश के आलोचक रहे दिग्विजय सिंह की पत्नी पुतुल सिंह पिछले चुनाव में बीजेपी की उम्मीदवार थीं।राजद के जेपी यादव से मात्र दस हजार वोटों के अंतर से हारीं।इस बार टिकट के साथ सीट भी कट गयी। जदयू ने गिरधारी यादव को उम्मीदवार बनाया है। पुतुल निर्दलीय लड़ रही हैं। बीजेपी ने बाहर कर दिया है। याद रहे, पुतुल 2010 में और उनके पति दिग्विजय 2009 में नीतीश का टिकट ठुकरा कर निर्दलीय चुनाव जीते थे। बीजेपी प्रवक्ता शाहनवाज भागलपुर से टिकट के प्रबल दावेदार थे। राजद के बुलो मंडल से कडे़ मुकाबले में हारे थे।वाजपेयी सरकार में मंत्री रहे शाहनवाज को चाहने वाले कहते हैं , जैसे चुनाव हारने पर अरुण जेटली मंत्री बना दिए गये, वैसे ही शाहनवाज साहब को मौका मिलना चाहिए था। लेकिन हुआ उलटा। अपने संसदीय बोर्ड के सदस्य तक की सीट बीजेपी सुरक्षित नहीं रख पायी। पार्टी के प्रवक्ता हुसैन अपने चाहनेवालों के सामने अपना बचाव नहीं कर पा रहे हैं। उनकी सीट पर जदयू के अजय मंडल लड़ रहे हैं।
जानने वाले कह रहे हैं कि शाहनवाज को भी नीतीश कुमार की नाराजगी का खामियाजा उठाना पडा़ है। 2010 में जब नीतीश ने नरेंद्र मोदी संग सीएम आवास मे तय भोज रद्द किया था,तब शाहनवाज ने नीतीश के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। हालांकि बहुतेरे इस मामले को टिकट कटने की वजह नहीं मानते। उनका कहना है कि शाहनवाज बीजेपी के अध्यक्ष की नाराजगी का शिकार हुए हैं।अमित शाह की लॉबी उनको फिलहाल हाशिए पर ही रखना चाह रही है। लेकिन शाहनवाज इन बातों से दूर चौकीदारी के मोर्चे पर डटे हैं।