सुरजेवाला ने स्वर्गीय ADGP वाई. पूरन कुमार को श्रद्धांजलि देने के मीडिया से रूबरू होते कहा ADGP वाई पूरण कुमार की मजबुरन आत्म हत्या ने सारे देश की आत्मा को दिया झकझोर*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय खोज/भारतीय न्यूज,
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सुरजेवाला ने स्वर्गीय ADGP वाई. पूरन कुमार को श्रद्धांजलि देने के मीडिया से रूबरू होते कहा ADGP वाई पूरण कुमार की मजबुरन आत्म हत्या ने सारे देश की आत्मा को दिया झकझोर*
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चंडीगढ़ ;- ऐसे व्यक्ति जो खुद आईजी पोस्टेड हैं, एडीजीपी रैंक में है, IIM अहमदाबाद से निकल कर आए हैं, IAS से ज्यादा नंबर लेकर आईपीएस में भर्ती हुए, पत्नी वरिष्ठ आईएएस अधिकारी है, अगर उन्हें न्याय नहीं मिल सकता तो साधारण दलित और ग़रीब का क्या हाल होगा, उन्हें न्याय कैसे मिलेगा?
*क्या कारण है ADGP रैंक के अधिकारी पुलिस स्टेशन में मंदिर में दर्शन नहीं कर सकते?*
*क्या कारण है कि एक एडीजीपी रैंक के दलित अधिकारी को पिता की मृत्यु पर घर जाने की इजाजत नहीं मिलती?*
क्या कारण है कि व्यवस्थागत व जातिगत भेदभाव के चलते आवाज़ उठाने पर एक दलित ADGP को एक्सट्रीम कदम उठाकर मजबूरन आत्महत्या का शिकार बनना पड़ता है?
*आज जो हुआ उसने तो सारी सीमायें लांघ*
परिवार को बिना बताए, बिना पुछे श्री वाई पूरण कुमार के शव को 16 सेक्टर अस्पताल से पीजीआई ले जाया गया, परिवार को दर्शन भी नहीं करने दिए, ऐसा क्यों? यह एक अपराध है ।
जब सरेआम दलित और गरीबों और खास तौर से बड़े से बड़े पद पर आसीन दलित साथियों के साथ यह अमानवीय व्यवहार होगा तो समझ लें क्या व्यवस्था है शासन और सरकार की, आप अंदाजा लगा सकते हैं?

