पत्रकार छत्रपति केस में 11 जनवरी को सीबीआई कोर्ट ने गुरमीत राम रहीम को प्रत्यक्ष रूप से पेश करने के दिए निर्देश*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय खोज/भारतीय न्यूज़,
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पत्रकार छत्रपति केस में 11 जनवरी को सीबीआई कोर्ट ने गुरमीत राम रहीम को प्रत्यक्ष रूप से पेश करने के दिए निर्देश*
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पंचकूला ;- सिरसा के पत्रकार रामचंद्र छत्रपति हत्याकांड मामले में आज सीबीआई कोर्ट पंचकूला फाइनल बहस हुई, बहस के बाद अब 11 जनवरी को इस मामले की अगली पेशी मुकर्रर की गई है। वहीं सीबीआई कोर्ट ने गुरमीत राम रहीम को प्रत्यक्ष रूप से पेश करने के निर्देश दिए हैं। गुरमीत राम रहीम पर 16 साल पूर्व हुई पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या के मामले में 11 जनवरी को बड़ा फैसला सुनाया जाने की संभावना है। साध्वी दुष्कर्म मामले में राम रहीम को सजा सुनाने वाले जज जगदीप सिंह ही छत्रपति हत्याकांड में भी फैसला सुनाएंगे। वहीं सीबीआई कोर्ट ने राम रहीम को प्रत्यक्ष रूप से पेश करने आदेश दिए, जिसपर पंचकूला में कड़ी सुरक्षा की तैयारी शुरू कर दी गई है। मामले की पैरवी कर रहे अंशुल छत्रपति, जो रामचंद्र छत्रपति के पुत्र हैं, ने बताया कि लंबे समय के बाद आखिर आज सीबीआई की विशेष अदालत में दोनों पक्षों की ओर से बहस पूरी कर ली गई। मामले में अगली तारीख 11 जनवरी तय की गई है और अंशुल ने कहा कि उस दिन फैसला सुनाए जाने की संभावना है।
अदालत में आज इस मामले में साजिशकर्ता के आरोप में डेरा सच्चा सौदा सिरसा के प्रमुख गुरमीत सिंह ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये रोहतक की सुनारिया जेल से पेशी भुगती, वहीं अन्य आरोपी किशनलाल, निर्मल सिंह, कुलदीप व्यक्तिगत तौर पर सीबीआई कोर्ट में पेश हुए। बता दें कि रामचंद्र छत्रपति की 24 अक्टूबर 2002 को गोली मारी गई थी। आरोपियों में कुलदीप व निर्मल को सिरसा की खैरपुर चौकी के हवलदार धर्म सिंह व अन्य पुलिस कर्मियों ने कुछ समय बाद ही सिरसा में ही दबोच लिया था। आरोपी चूंकि डेरे के अनुयायी थे, उससे पता चला कि छत्रपति पर हुए हमले के तार डेरा से जुड़े हैं। छत्रपति ने जिंदगी और मौत के बीच जूझते हुए 20 नवंबर 2002 को उपचार के दौरान दम तोड़ दिया था।