Thursday, September 12, 2024
Latest:
करनालखेलचंडीगढ़जिंददेश-विदेशपंचकुलापंजाबपानीपतराज्यहरियाणा

केंद्रीय मंत्री मनोहरलाल ने माना, वर्तमान समय में शासन-प्रशासन के सामने आ रही चुनौतियों का सामना करने के लिए नए युवा पेशेवरों का विजन अत्यंत महत्वपूर्ण*

राणा ओबराय
राष्ट्रीय खोज/भारतीय न्यूज,
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
केंद्रीय मंत्री मनोहरलाल ने माना, वर्तमान समय में शासन-प्रशासन के सामने आ रही चुनौतियों का सामना करने के लिए नए युवा पेशेवरों का विजन अत्यंत महत्वपूर्ण*
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
चंडीगढ़ ;- केंद्रीय ऊर्जा, आवास एवं शहरी मामले मंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि वर्तमान समय में शासन-प्रशासन के सामने आ रही चुनौतियों का सामना करने के लिए नए युवा पेशेवरों का विजन अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसलिए युवा पेशेवरों के ज्ञान का उपयोग कर शासन को आधुनिक जरूरतों के अनुसार चलाया जाना अति आवश्यक है। उन्होंने कहा कि साल 2035 तक देश में बिजली की वर्तमान मांग दोगुनी हो जाएगी और हाउसिंग में 130 करोड जनता को मकान उपलब्ध करवाने होंगें। इन बड़े लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए नए युवा पेशेवरों के विशेष सहयोग की आवश्यकता रहेगी ताकि हम देशभर में नए आयामों को छू सकें। यह बात श्री मनोहर लाल ने नई दिल्ली स्थित सुषमा स्वराज भवन में गत देर सायं हरियाणा में सुशासन सहयोगी कार्यक्रम (सीएमजीजीए) के 8 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए कही। समारोह में उनके पूर्व सुशासन सहयोगी, हरियाणा के वरिष्ठ अधिकारी, इस कार्यक्रम के निजी क्षेत्र के भागीदार तथा पिछले 15 महीनों से राज्य में काम करने वाले 22 सुशासन सहयोगी उपस्थित रहे।

‘‘जब आप कार्य करेंगें तो सीखते जाएंगे अर्थात सीखने व सिखाने का क्रम चलता रहता है’’- श्री मनोहर लाल

कार्यक्रम के दौरान श्री मनोहर लाल ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि ‘‘जब मैंने हरियाणा में मुख्यमंत्री के तौर पर राज्य की बागडोर संभाली तो मुझे कोई अनुभव नहीं था और मैं पहली बार विधायक भी बना था। इस संबंध में जब मैंने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी से बात की कि मुझे इस संबंध में कोई अनुभव नहीं है तो उन्होंने कहा कि आप विधायक तो हैं लेकिन जब मैं मुख्यमंत्री बना था तो मैं विधायक भी नहीं था, जब आप कार्य करेंगे तो सीखते जाएंगें अर्थात सीखने व सिखाने का क्रम चलता रहता हैै’’। इसी प्रकार, उन्होंने रोहतक में साल 1996 में आई बाढ़ के बारे में जिक्र करते हुए कहा कि ‘‘मैं हरियाणा में किसी भी ब्यूरोक्रेट को जानता नहीं था केवल वर्तमान में चीफ सेक्रेटरी श्री टीवीएसएन प्रसाद को जानता था, जो उस समय रोहतक में उपायुक्त थे, लेकिन मेरे मन में था कि बाढ़ में लोगों की सेवा करनी है तो उस सेवा भाव के साथ मैंने रोहतक में बाढ के दौरान प्रशासन के साथ मिलकर कार्य किया और सीखा’’। ऐसे ही, उन्होंने बताया कि ‘‘जब विधानसभा का सत्र लगता है तो भी काफी कुछ सीखने और समझने को मिलता है और कुछ वर्तमान स्थितियां सीखा देती हैं, बस आपमें कुछ करने की ललक होनी चाहिए’’।

‘‘प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मन में काफी अभिनव विचार आते हैं’’- केन्द्रीय मंत्री

श्री मनोहर लाल ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के साथ गुजारे समय के अनुभव साझा करते हुए कहा कि ‘‘प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मन में काफी अभिनव विचार आते हैं, तो एक बार मैंने उनसे कहा कि मेरे मन में यह विचार आ रहा है क्या यह कर लिया जाए तो उन्होंने कहा कि आप अपने मन से पूछो अगर सफल होगा तो अच्छा है अन्यथा सीखने को मिलेगा अर्थात देश-प्रदेश के हित का काम है तो अच्छा ही होगा’’। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि ‘‘जब उन्होंने हरियाणा में मुख्यमंत्री के तौर पर बागडोर संभाली तो हरियाणा को पुलिस पैरालीसस का नाम दिया जाता था। सरकारी सिस्टम में नियम-कायदे नहीं चलते थे। तो हमने इस सिस्टम को ठीक करने के लिए नियम-कायदे से संचालित करने के लिए व्यवस्था बनाने का बीडा उठाया, जो समाज हित में हो और देश-प्रदेश हित में हो। इसी तहत के सीएम फेलोशिप कार्यक्रम अर्थात सीएमजीजीए कार्यक्रम शुरू किया गया। उन्होंने कहा कि हरियाणा में सीएमजीजीए एक नवीनतम कार्यक्रम शुरू किया गया जो आज एक संस्था/परिवार के रूप में खड़ा हो गया है। इस कार्यक्रम के तहत प्रत्येक दिन नई-नई चीजों को शुरू किया गया और उसके साकारात्मक परिणाम भी सामने आए। चाहे वो बेटी बचाओ-बेटी पढाओ कार्यक्रम को आगे बढ़ाने की बात हो, सीएम-विंडो कार्यक्रम हो, तालाबों के जीर्णोद्धार के लिए तालाब प्राधिकरण के गठन की बात हो या अन्य हो। इन कार्यक्रमों को सफल बनाने के लिए अधिकारियों के साथ-साथ सुशासन सहयोगियों की भी अहम भूमिका रही है’’।
‘‘हमें सीएमजीजीए कार्यक्रम पर गौरव है जो आज सभी के साथ जुड़ गया हैं’’- श्री मनोहर लाल

उन्होंने कहा कि ‘‘सीएमजीजीए कार्यक्रम के एक्स-सीएमजीजीए वह स्वयं हैं और हमें सीएमजीजीए कार्यक्रम पर गौरव है जो आज सभी के साथ जुड़ गया हैं। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम को लेकर विपक्ष के लोगों ने ब्यानी हमले भी किए परंतु मैंने कहा कि मैंने अपनी सहायता के लिए यह कार्यक्रम संचालित किया है जो डोनर्स की सहायता से संचालित हो रहा है जिसके लिए वे डोनर्स का धन्यवाद करते हैं जिनकी वजह से यह कार्यक्रम आगे बढा। इसी प्रकार, उन्होंने कहा कि सीएमजीजीए कार्यक्रम नौकरी नहीं थी, बल्कि यह एक साल का कार्यक्रम था जिसके अंतर्गत मेरिट के आधार पर समस्याओं के समाधान के लिए कार्य किया जाता रहा। हालांकि सीएमजीजीए रखने के लिए सिफारिशें भी आती रहीं परंतु मैंने किसी की भी सिफारिश नहीं की। सीएमजीजीए कार्यक्रम ने युवाओं के लिए एक सोशल एक्सपोजर के रूप में कार्य किया है जो उनके लिए संबल भी बना है क्योंकि एक अच्छा प्लेटफार्म मिलने के बाद भविष्य के लिए आसानी हो जाती है। इस मौके पर उन्होंने सीएमजीजीए कार्यक्रम से जुड़े सभी लोगों को धन्यवाद किया जिन्होंने एक टीम के रूप में सीएमजीजीए कार्यक्रम को सफलतापूर्वक संचालित किया’’।

*‘‘अच्छा आदमी होने के नाते अच्छा नेता भी कहलाने में संकोच नहीं करना चाहिए’’- केन्द्रीय मंत्री*

उन्होंने कहा कि ‘‘अच्छा आदमी होने के नाते अच्छा नेता भी कहलाने में संकोच नहीं करना चाहिए। इस पर, उन्होंने प्रधानमंत्री के एक साक्षात्कार का जिक्र करते हुए कहा कि अच्छा नेता कहलाने का श्रेय भी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी को जाता है क्योंकि उन्होंने प्रधानमंत्री बनने के बाद नेता की छवि को ठीक करके दिखाया है और आज मोदी जी को दुनियाभर में एक सशक्त लीडर के रूप में जाना जाता है’’। उन्होंने कहा कि ‘‘मैं भी लीक से हटकर काम करने का आदि हूं और कठोर निर्णय लेकर हमने कार्य किए हैं उनमें चाहे नई व्यवस्थाएं खडी करने की बात हो, देश व समाज की सेवा करने की बात हो’’। इस पर उन्होंने ‘‘मन समर्पित, तन समर्पित-और यह जीवन समर्पित-चाहता हूँ देश की धरती, तुझे कुछ और भी दूँ’’ पंक्तियां रखी। इसी प्रकार, उन्होंने कहा कि ‘‘माना अंधेरा घना है, मगर दीया जलाना कहां मना है’’।
*सीएमजीजीए कार्यक्रम देश में अपनी तरह का ऐसा कार्यक्रम रहा, जिसने लोगों और सरकार के बीच एक सेतु का काम किया – डॉ अमित अग्रवाल*
इससे पहले, परियोजना निदेशक व मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ. अमित कुमार अग्रवाल ने मुख्य अतिथि केंद्रीय ऊर्जा मंत्री का स्वागत करते हुए कहा कि सीएमजीजीए कार्यक्रम के जनक तथा मुख्य वास्तुकार श्री मनोहर लाल जी रहे हैं और उनके अगुवाई में यह कार्यक्रम सफलतापूर्वक संचालित रहा है। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के तहत 148 सुशासन सहयोगियों ने विभिन्न सुशासन पहलों को सफलतापूर्वक संचालित करने के लिए अपना पूरा सहयोग दिया। यह कार्यक्रम मंे देश में अपनी तरह का ऐसा कार्यक्रम रहा जिसके तहत लोगों और सरकार के बीच एक सेतु का काम किया गया। इस कार्यक्रम के अंतर्गत शुरू की गई विभिन्न पहलों व सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के तहत प्रधानमंत्री द्वारा आरंभ किए गए बेटी बचाओ-बेटी पढाओ कार्यक्रम को आगे बढ़ाया गया और अल्प अंतराल के भीतर ही सामाजिक सुधार के तहत हरियाणा में लिंगानुपात में सुधार हुआ। उन्होंने कहा कि हरियाणा, जिसे अपनी बेटियों की हत्या के लिए जाना जाता था, को अब अपनी बेटियों को बढावा देने के लिए जाना जाता है और हरियाणा की बेटियां हर क्षेत्र में अपनी अहम भूमिका निभाते हुए एक उदाहरण के रूप में जानी जा रही है। उन्होंने कहा कि सीएमजीजीए कार्यक्रम के तहत विभिन्न कार्यक्रमों को सफलतापूर्वक संचालित करवाने से समाज में बदलाव देखने को मिला है।
‘‘10 करोड से ज्यादा सेवाएं सरल केन्द्रों के माध्यम से लोगों को उपलब्ध करवाई गई’’- डॉ अमित अग्रवाल
श्री अमित अग्रवाल ने कहा कि पिछले इन 8 सालों में सभी सुशासन सहयोगियों ने जिला प्रशासन, राज्य सरकार के विभिन्न विभागों के साथ बहुत ही करीबी तालमेल रखते हुए कार्य किया है और 660 से अधिक अंतोदय सरल केन्द्रों को खोला गया और 10 करोड से ज्यादा सेवाएं इन सरल केन्द्रों के माध्यम से लोगों को उपलब्ध करवाई गई। इसके लिए राष्ट्रपति जी द्वारा प्लेटिनम अवार्ड भी दिया गया। इसके अलावा, सुशासन सहयोगियों ने ई-ऑफिस, मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना, अमृत सरोवर योजना, हरियाणा अपशिष्ट जल एवं तालाब प्राधिकरण, सक्षम हरियाणा पहल, आंगनवाड़ी के उत्थान के लिए प्लेवे स्कूल योजना के क्रियान्वयन में अपना बेहतरीन सहयोग दिया तथा कई सूक्ष्म पहलों को लागू करवाने में भी सुशासन सहयोगियों की अहम भूमिका रही। उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि इन सभी पहलों व सरकार द्वारा उठाए गए कदमों से लोगों को अवश्य ही लाभ मिला है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में 20 से ज्यादा सुशासन सहयोगी विभिन्न विभागों में सलाहकार के रूप में कार्य कर रहे हैं। उन्होंने सीएमजीजीए कार्यक्रम को संचालित करने के लिए विभिन्न डोनर्स का भी धन्यवाद और आभार प्रकट किया।
*‘‘सुशासन सहयोगियों द्वारा दिए गए सहयोग से विभिन्न स्कीमों को बेहतर तरीके से क्रियान्वित करने में मदद मिली’’ – श्री राकेश गुप्ता*
राष्ट्रपति सचिवालय में अवर सचिव और सीएमजीजीए के पूर्व परियोजना निदेशक श्री राकेश गुप्ता ने हरियाणा ऑनलाईन स्थानांतरण नीति को लागू करने के संबंध में अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि किस प्रकार से ऑनलाईन स्थानांतरण नीति को लागू किया गया और पूरे देश में इस नीति की सराहना हुई। इसी प्रकार, उन्होंने कम्प्यूटर के उपयोग के संबंध में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय मंत्री श्री मनोहर लाल द्वारा शुरुआती दिनों में किए गए प्रयोग के बारे में जानकारी साझा करते हुए कहा कि इन्होंने सभी चीजों को कंप्यूटर में डाल दिया। इसी प्रकार, जब श्री मनोहर लाल ने हरियाणा की बागडोर मुख्यमंत्री के तौर पर संभाली तब भी सभी सरकारी विभागों का डाटा इत्यादि कंप्यूटर में डालने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि श्री मनोहर लाल ने टेक-गवर्नेंस की बात की और आईटी के प्रयोग से सरकार चलाई। श्री राकेश गुप्ता ने सुशासन सहयोगियों द्वारा किए गए कार्यों की जानकारी देते हुए कहा कि सुशासन सहयोगियों द्वारा दिए गए सहयोग से विभिन्न स्कीमों को बेहतर तरीके से क्रियान्वित करने में मदद मिली। उन्होंने कहा कि सीएमजीजीए कार्यक्रम में मैंने श्री मनोहर लाल जी से बहुत ही सीखा और कैसे समस्या का निवारण और समाधान किया जाए, के बारे में सीखा। उन्होंने सीएमजीजीए कार्यक्रम को सफलतापूर्वक संचालित करने में उठाए गए कदमों की भी जानकारी साझा की। उन्होंने श्री मनोहर लाल द्वारा कहे जाने वाले वाक्य के बारे में कहा कि ‘‘हम इस धरती पर दूसरों का भला करने आए हैं, और जब हम दूसरों का भला करना शुरू कर देते हैं, तो अपना भला स्वयं हो जाता है’’। उन्होंने उम्मीद जताते हुए कहा कि आने वाले समय में भी इसी प्रकार के कार्यक्रम चलते रहेंगे।
इससे पहले, शहरी स्थानीय निकाय विभाग के निदेशक श्री यशपाल यादव ने भी अपने विचार रखें। कार्यक्रम में चीफ फीडबैक आफिसर मोहित सोनी, जो सीएमजीजीए भी रहे, ने भी सीएमजीजीए रहते हुए श्री मनोहर लाल साथ किए गए कार्यों की जानकारी साझा की और अपनी बातों को बड़े ही सरीखे भाव से रखा। इस मौके पर अशोक विश्वविद्यालय के वीसी सोमक रायचौधरी, विश्वविद्यालय से गौरव गोयल, विनीत गुप्ता और डॉ प्रमथ राज सिन्हा ने भी संबोधित किया। इस कार्यक्रम को अन्य अधिकारियों, कार्यक्रम के निजी क्षेत्र के भागीदारों और स्नातक सहयोगियों के माता-पिता ने भी संबोधित किया।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2016 में हरियाणा में शुरू किया गया मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी कार्यक्रम देशभर में सबसे लंबे समय तक चलने वाला जिला फेलोशिप कार्यक्रम है। इसका उद्देश्य युवा पेशेवरों को शासन में सहयोगी के रूप में शामिल करके शासन और सार्वजनिक सेवा वितरण में सुधार करना है ताकि नागरिक-केंद्रित शासन को बढ़ावा मिल सके।
*इस अवसर पर श्री मनोहर लाल ने सीएमजीजीए के 8 वर्षों के कार्यों को दर्शाने वाली एक फिल्म और कॉफी टेबल बुक भी की जारी*

कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि श्री मनोहर लाल तथा अन्य द्वारा द्वीप प्रज्वलन से किया गया। इस मौके पर मुख्य अतिथि श्री मनोहर लाल को पौधा देकर सम्मानित भी किया गया। इस दौरान श्री मनोहर लाल ने राज्य विभिन्न जिलों में तैनात मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगियों (सीएमजीजीए) को प्रशंसा पत्र तथा स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित भी किया।
इस अवसर पर राज्य चुनाव आयुक्त धनपत सिंह,शहरी स्थानीय निकाय विभाग के निदेशक यशपाल यादव, नगर एवं योजना विभाग के निदेशक अमित खत्री, झज्जर की अतिरिक्त उपायुक्त सलोनी शर्मा, चीफ फीडबैक ऑफिसर मोहित सोनी, गौरव गोयल, विनीत गुप्ता, सोमक रायचौधरी और डॉ प्रमथ राज सिन्हा सहित विभिन्न पूर्व व वर्तमान सीएमजीजीए के परिवारजन व अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!