2019 में वाराणसी से 4 लाख 80 हज़ार वोटों से जीतने वाले मोदी इस बार मात्र 1 लाख 52 हजार वोटो से ही जीते, क्या कम होता जा रहा है मोदी मैजिक,क्या मोदी नही साबित हो रहे जिताऊ नेता!*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय खोज/भारतीय न्यूज,
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2019 में वाराणसी से 4 लाख 80 हज़ार वोटों से जीतने वाले मोदी इस बार मात्र 1 लाख 52 हजार वोटो से ही जीते!/क्या कम होता जा रहा है मोदी मैजिक!/क्या मोदी नही साबित हो रहे जिताऊ नेता!*
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देश की संसद में जोर जोर से छाती पर हाथ मार- मारकर चिलाने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का तिलिस्म क्या टूटने के कगार पर पहुँच चुका है। क्या मोदी की जिताउ नेता की छवि लुप्त होती जा रही है। क्योंकि 2024 लोकसभा चुनाव के परिणाम पूर्ण रूप से भाजपा के पक्ष में नही आये, बल्कि मोदी ने अपने घटक दलों का सहारा लेकर आनन फानन में सरकार घटित कर ली है। यदि बात मोदी की लोकसभा सीट वारणसी की करें तो यह सच है कि नरेंद्र मोदी वहा से लगातार तीसरी बार सांसद बने हैं। लेकिन यह भी सच है कि वारणसी लोकसभा में मोदी का जादु कम होता जा रहा है। क्योंकि इस बार उनकी जीत का अंतर काफी कम रह गया है।
इस बार भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मुकाबला एक बार फिर से कांग्रेस के कमजोर उम्मीदवार अजय राय से ही था। परन्तु इस बार अजय राय ने कड़ी टक्कर देते हुए मोदी की जीत का अंतर करीब डेढ़ लाख पर समेट दिया। यही नही वाराणसी में नोटा में पड़े 8478 वोट भी यह साबित करते है कि मोदी मैजिक खत्म होता जा रहा है। वाराणसी लोकसभा में कुल 11,21,665 मत पड़े थे। इनमें से नरेंद्र मोदी को कुल 612970 वोट मिले और वह 152513 मतों के अंतर से जीत हासिल कर सके। उनके नजदीकी प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के अजय राय 460457 वोट हासिल करने में कामयाब रहे। तीसरे नंबर पर बसपा उम्मीदवार अतहर जमाल रहे, जिन्हें 33766 वोट मिले। 2019 में नरेंद्र मोदी को 6,74,664 वोट मिले थे। सपा की शालिनी यादव को करीब दो लाख और कांग्रेस के अजय राय को करीब डेढ़ लाख वोट मिले थे। अन्य उम्मीदवारों को करीब 35 हजार वोट मिले थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करीब 4.80 लाख वोटों के अंतर से जीते थे। बीजेपी ने प्रधानमंत्री की जीत का मार्जिन बढ़ाने की काफी कोशिश की थी, लेकिन उसका प्लान फेल हो गया।