हरियाणा CM की बेटियों के दूरगामी सोच, कहा बेटियों को न केवल बचाना है बल्कि उन्हें स्वावलंबी भी बनाना है*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय खोज/भारतीय न्यूज,
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हरियाणा CM की बेटियों के दूरगामी सोच, कहा बेटियों को न केवल बचाना है बल्कि उन्हें स्वावलंबी भी बनाना है*
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हरियाणा मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें सिर्फ बेटियों को बचाना ही नहीं है, बल्कि उन्हें पढ़ाना भी है, उन्हें स्वावलंबी भी बनाना है और अपने पैरों पर खड़ा भी करना है। इसके लिए उनका शिक्षित होना जरूरी है। इसलिए सरकार ने बेटियों की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए भी प्रयास किये हैं। घर के नजदीक ही उच्चतर शिक्षा प्रदान करने के लिए हर 20 किलोमीटर के दायरे में कॉलेज खोले गये हैं। यही नहीं, छात्राओं के लिए अलग से कॉलेज भी खोले गये हैं। पिछले साढ़े आठ वर्षों में प्रदेश में कुल 72 नये राजकीय कॉलेज खोले गए, जिनमें से 31 लड़कियों के हैं। छात्राओं को अपने घरों से शिक्षण संस्थानों तक आने – जाने के लिए 150 कि.मी. की दूरी तक रोडवेज की बसों में मुफ्त यात्रा सुविधा प्रदान की जा है। इसके अलावा छात्राओं की यात्रा को सुरक्षित करने के लिए छात्रा परिवहन सुरक्षा योजना के तहत 211 विशेष महिला बसें चलाई गई हैं। इसी प्रकार, बेटियों को तकनीकी शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रदेश में 29 महिला औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान भी स्थापित किये गये हैं। आई.टी.आई. में पढ़ने वाली लड़कियों को प्रतिमाह 500 रुपये का वजीफा भी दिया जाता है। उन्होंने कहा कि बी.पी.एल. परिवारों की किशोरियों, महिलाओं को मुफ्त सेनेटरी पैड उपलब्ध करवाने के लिए महिला एवं किशोरी सम्मान योजना चलाई जा रही है। स्कूलों में भी छात्राओं को सेनेटरी पैड उपलब्ध करवाये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने कामकाजी महिलाओं के नन्हें बच्चों की देखभाल के लिए क्रेच पॉलिसी बनाई है। क्रेच में 6 महीने से लेकर 6 साल तक के बच्चों की 8 से 10 घण्टे प्रतिदिन देखभाल की जाएगी।