संसद भवन का उद्घाटन PM मोदी से कराए जाने पर नाराज कांग्रेस सांसद, बोले- ‘सिर्फ अपनी प्रसिद्धि चाहते हैं मोदी!*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय ख़ोज/भारतीय न्यूज,
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संसद भवन का उद्घाटन PM मोदी से कराए जाने पर नाराज कांग्रेस सांसद, बोले- ‘सिर्फ अपनी प्रसिद्धि चाहते हैं मोदी!*
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दिल्ली ;- नए संसद भवन का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कराए जाने के लेकर राजनीति लगातार गर्म है. अब कांग्रेस के राज्यसभा सांसद शक्ति सिंह गोहिल ने कहा है कि नए संसद भवन का उद्घाटन लोकसभा अध्यक्ष या फिर राष्ट्रपति द्वारा किया जाना चाहिए. कांग्रेस नेता ने दावा किया है कि जब गुजरात में विधानसभा के नए भवन का निर्माण किया गया था, तो तत्कालीन राज्यपाल और विधानसभा अध्यक्ष ने इसका उद्घाटन किया था, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर जगह अपना चेहरा दिखाने के लिए इस परंपरा को तोड़ रहे हैं.
कांग्रेस सहित करीब 20 विपक्षी दलों ने 28 मई को नई दिल्ली में होने वाले इस उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करने का एलान किया है. इन दलों ने दलील दी है कि नए संसद भवन का उद्घाटन पीएम मोदी के बजाय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को करना चाहिए.
*’नहीं करना चाहते बहिष्कार लेकिन बीजेपी मजबूर करती है’*
शक्ति सिंह गोहिल ने भोपाल में कहा, ‘संसद राजनीति से ऊपर है. इसका उद्घाटन या तो लोकसभा अध्यक्ष या राष्ट्रपति द्वारा किया जाना चाहिए. हम ऐसे समारोहों का बहिष्कार नहीं करना चाहते, लेकिन वे (बीजेपी) ऐसे कार्यक्रमों में राजनीति लाकर हमें ऐसा करने के लिए मजबूर करते हैं.’
‘संसदीय परंपराओं का पालन नहीं कर रही बीजेपी’
शक्ति सिंह गोहिल ने आरोप लगाया है कि कई संसदीय परंपराएं हैं, जिनका भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पालन नहीं कर रही है. उन्होंने कहा कि 9 साल पूरे कर चुकी केंद्र की बीजेपी सरकार अपने वादों को पूरा करने में नाकाम रही है. सांसद गोहिल ने सवाल किया कि ऐसा क्यों है कि देश में महंगाई और बेरोजगारी आसमान छू रही है? क्यों अमीर और अमीर हुए हैं और गरीब और गरीब?
*कांग्रेस सांसद ने बीजेपी पर लगाए और भी आरोप*
सांसद ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के बावजूद घरेलू रसोई गैस की कीमत में लगभग 170 प्रतिशत, पेट्रोल की कीमत में 57 प्रतिशत और डीजल की कीमत में 78 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. कांग्रेस सांसद ने दावा किया कि 2014 के बाद बेरोजगारी दर 30 से 40 फीसदी तक बढ़ गई है. उन्होंने कहा कि नोटबंदी और जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) ने काले धन को तो खत्म नहीं किया, उल्टा छोटे व्यवसायों को नष्ट कर दिया है।