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पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिद्धू 2 दिन भी नहीं रुके अमृतसर, कम वर्करों के आने से हुए मायूस, 2 दिन भी नही रुके!*

राणा ओबराय
राष्ट्रीय ख़ोज/भारतीय न्यूज,
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पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिद्धू 2 दिन भी नहीं रुके अमृतसर, कम वर्करों के आने से हुए मायूस, 2 दिन भी नही रुके!*
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अमृतसर ;- पंजाब प्रदेश कांग्रेस के पूर्व प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू के पैर अमृतसर शहर में 2 दिन भी नहीं टिक पाए। बीते शनिवार को जेल से रिहा होने के बाद पहली बार अमृतसर पहुंचे सिद्धू के स्वागत में एक-आध नेता को छोड़ कोई भी कद्दावर नेता नहीं पहुंचा था।
विस चुनाव में बुरी तरह से हार और ईस्ट से 11 पार्षदों का उनसे किनारा करने से शहर में सिद्धू की सियासी जमीन खिसकती हुई स्पष्ट तौर पर दिखाई दे रही है। शनिवार शाम करीब 6 बजे कोठी में पहुंचे सिद्धू सोमवार सुबह 9 बजे ही पटियाला के लिए रवाना हो गए। नवजोत सिंह सिद्धू शनिवार शाम होली सिटी स्थित कोठी में पहुंचने के बाद किसी से नहीं मिले। वहीं सोमवार को वापसी कर लेने से उनके समर्थकों के चेहरे लटक गए हैं। सिद्धू की कोठी के बाहर सन्नाटा पसरा रहा, जहां पहले दिनभर रौनक रहती थी। विस चुनाव में हार और प्रदेश कांग्रेस प्रधानगी छिनने के बाद भी ज्यादातर नेताओं ने सिद्धू से दूरियां बना ली थी।

*हलका से दूरी बनाना भी बना विस चुनाव में हार का कारण*

नवजोत सिद्धू ज्यादातर अपने विधानसभा हलका ईस्ट से दूर ही रहे थे। उनकी गैरहाजिरी में उनकी पत्नी डा. नवजोत कौर सिद्धू हलका के लोगों से मिलती रहीं थी। बतौर कैबिनेट मंत्री रहते हुए सिद्धू चंडीगढ़ में ही रहे, वहीं कैबिनेट छोड़ने के बाद कुछ महीने अमृतसर रहने के बाद पटियाला चले गए थे।
कैबिनेट छोड़ने के बाद सिद्धू अमृतसर में रहते हुए कई महीने घर से बाहर नहीं निकले थे। गत विधानसभा चुनाव में भी उन्होंने चुनावी मीटिंगों में बोलते हुए अकसर हलका से दूर रहने की बात स्वीकार की थी। सिद्धू की हार के पीछे उनका हलका से दूर रहना भी एक बड़ा कारण रहा था।

*मिट्ठू भी राजा वडिंग के साथ गए, सिद्धू का साथ छोड़ा*

ईस्ट हलका से पूर्व पार्षद के पुत्र सौरभ मदान मिट्ठू भी सिद्धू से किनारा कर गया है। प्रदेश कांग्रेस प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग का करीबी मिट्ठू शहर में होने के बावजूद सिद्धू के स्वागत में भी नहीं पहुंचा था। जिससे स्पष्ट है कि वह वड़िंग के गुट में रहते हुए सिद्दू से दूरी बना चुका है।

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