इंद्र देव को प्रसन्न करने के लिए नन्हीं बालिकाओं का तप
रिपोर्ट पंकज गुप्ता
मांट। इंद्रदेव को प्रसन्न करने और बर्बाद हो रही फसलों को बचाने की उम्मीद लेकर नसिटी गांव की दो बालिकाएं पांच दिन से तप कर रही हैं। पर इंद्रदेव इन नन्ही बालिकाओं की अभी सुनवाई नहीं कर रहे हैं।
सावन का महीना भी बीत गया पर अभी तक इलाके में ऐसी वारिश नहीं हुई कि जमीन की गर्मी कुछ शांत हो सके और बिन पानी सूख रही फसलों को जीवन मिल सके।
पांच दिन पूर्व गांव की ही 10 वर्षीया बबिता पुत्री जगपाल और चंद्रमोहन की 9 वर्षीया पुत्री काजल ने इन्द्रदेव को प्रसन्न करने की ठान ली।दोनों के घर परिवार के लोग जब खेतों पर काम करने गए हुए थे। तो इन दोनों बालिकाओं ने बिना किसी को बताए गांव के बाहरी हिस्से में बने हनुमान के छोटे से मंदिर के सामने मिट्टी का चौका लगाया और आसन बिछा कर तप पर बैठ गईं। बालिकाओं ने अपने सामने लकड़ी डाल कर आग भी लगा ली।
ग्रामीणों ने बताया कि जब उन्होंने दोनों बालिकाओं को तप करते देखा तो उन्होंने भी विरोध नहीं किया।तप स्थल पर त्रिपाल जरूर टांग दिया।बालिकाओं ने उसी दिन से अन्न त्याग कर मौन धारण किया हुआ है।ग्रामीण भी बालिकाओं को पूरा सहयोग कर रहे हैं। बालिकाओं का मनोबल बढ़ाने के लिए पूरे दिन और रात भर भजन कीर्तन चल रहे हैं।
ग्राम प्रधान उमेश चौधरी ने बताया कि पूरा गांव परेशान है,क्यों कि वारिश नहीं हो रही है। पूरा गांव भगवान से गुहार कर रहा है कि जल्द वारिश हो।