हरियाणा शीतकालीन सत्र में अधिकारियों की लापरवाही तथा गलतियों के कारण CM खट्टर तथा मंत्रियों को बार बार होना पड़ा शर्मिंदा!*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय ख़ोज/भारतीय न्यूज,
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हरियाणा शीतकालीन सत्र में अधिकारियों की लापरवाही तथा गलतियों के कारण CM खट्टर तथा मंत्रियों को बार बार होना पड़ा शर्मिंदा!*
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चंडीगढ़ ;- हरियाणा शीतकालीन सत्र में हरियाणा के अधिकारियों की लापरवाही तथा गलतियों के कारण CM खट्टर तथा उनके मंत्रियों को बार बार विपक्ष के सामने शर्मिंदा होना पड़ा! अधिकारियों द्वारा गलत सूचना देने के कारण मुख्यमंत्री ने भी कड़े रुख अख्तियार करते हुए कई अफसरों को निलंबित कर दिया है। जो निम्नलिखित बड़ी गलतिययां की गई,,,,,
*पहला: शिक्षा मंत्री ने दिए गलत आंकड़े*
सत्र के तीसरे दिन बाढडा से विधायक और डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला की मां नैना चौटाला ने स्कूलों के मुद्दे पर शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर से सवाल किए थे। इन सवालों के जवाब देते हुए शिक्षा मंत्री ने गलत आंकड़े दे दिए, जिस पर सदन में सदस्यों ने आपत्ति प्रकट की। स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने भी मंत्री को सदन में सही आंकड़े पेश करने की हिदायत दी।
*दूसरा : कमल गुप्ता पर भड़के स्पीकर*
फरीदाबाद विधायक नीरज शर्मा के सवाल पर राज्य के निकाय मंत्री कमल गुप्ता को भी शर्मिंदा होना पड़ा। हुआ यूं कि नीरज शर्मा ने सवाल किया कि सीवर के ढक्कन खुले होने के कारण फरीदाबाद में अब तक 4 लोगों की मौत हो चुकी है। इस पर कमल गुप्ता ने जो आंकड़े पेश किए वह अलग थे। इस पर स्पीकर ने नाराजगी प्रकट करते हुए उन्हें सही आंकड़े पेश करने की हिदायत दी।
*तीसरा: गृह मंत्री अनिल विज ने माफी मांगी*
सदन के पहले दिन ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान ऐलनाबाद से विधायक अभय चौटाला ने अवैध शराब का मुद्दा उठाया। जहरीली शराब के मुद्दे पर चर्चा के दौरान गृह मंत्री अनिल विज ने जवाब दिया कि अवैध शराब से 2016 से अब तक 36 मौतें हुई हैं।
अभय चौटाला ने विज के आंकड़ों पर सवाल खड़े करते हुए हरियाणा सरकार ने लोकसभा में 498 मौतें बताई हैं। इसकी चीफ सेक्रेटरी ने लोकसभा में रिपोर्ट भेजी है। अकेले लॉकडाउन में 45 मौतें शराब पीने से हुई, जबकि सरकार 36 मौतें ही बता रही है।