*हरियाणा सीएम खट्टर ने जम्मू में अयोजित राष्ट्रीय सुशासन सम्मेलन में की शिरकत, हरियाणा व जम्मू सरकार का आईटी क्षेत्र में एमओयू साइन*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय ख़ोज/भारतीय न्यूज,
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*हरियाणा सीएम खट्टर ने जम्मू में अयोजित राष्ट्रीय सुशासन सम्मेलन में की शिरकत, हरियाणा व जम्मू सरकार का आईटी क्षेत्र में एमओयू साइन*
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चंडीगढ़ ;- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने आज जम्मू में अयोजित राष्ट्रीय सुशासन सम्मेलन में शिरकत की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने जम्मू सरकार के साथ आईटी क्षेत्र में एक एमओयू भी साइन किया। इस मौके पर जम्मू के उपराज्यपाल श्री मनोज सिन्हा भी मौजूद रहे।
सम्मेलन में अपना संबोधन देते हुए श्री मनोहर लाल ने कहा कि आज एक बदलते जम्मू कश्मीर का गवाह बन रहा हूं। उन्होंने जम्मू के साथ अपने गहरे संबंध को याद करते हुए कहा कि इस क्षेत्र से वे अनजान नहीं हैं, यहां से उनका पुराना नाता रहा है। इस क्षेत्र में संगठन से जुड़े कई कार्य किए हैं। उन्होंने कहा कि आज का युग सूचना प्रौद्योगिकी का है और इसके उपयोग से व्यवस्था परिवर्तन करते हुए सुशासन लाने की दिशा में हम प्रयासरत हैं।
*आम जनता तक सरकार की स्कीमें पहुंचाने में तकनीक सबसे बेहतरीन साधन*
श्री मनोहर लाल ने कहा कि ई-गवर्नेंस का मतलब एफिशिएंसी गवर्नेंस है। सरकारी योजनाओं का लाभ जरूरतमंद व्यक्ति को मिले, यही एक कल्याणकारी राज्य का सही अर्थ है। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक प्रणाली में डिजिटलीकरण ने सुनिश्चित किया है कि कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पात्र लाभार्थी तक पहुंचे।
उन्होंने कहा कि आम जनता तक सरकार की स्कीमें पहुंचाने में तकनीक सबसे बेहतरीन साधन है। हरियाणा सरकार तकनीक का इस्तेमाल कर सिस्टम में पारदर्शिता लेकर आई है। राज्य में सार्वजनिक सेवा वितरण प्रणाली को सुव्यवस्थित करने के लिए हमने आईटी हस्तक्षेप को बढ़ावा दिया है और आज हरियाणा ने डिजिटल पहलों के मामले में अपना एक अलग मुकाम बनाया है।
*हरियाणा सरकार जम्मू-कश्मीर सरकार का करेगी पूरा सहयोग*
श्री मनोहर लाल ने कहा कि संतुलित विकास के लिए एक राज्य को अन्य राज्यों की सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाने की आवश्यकता है। इसी दिशा में हरियाणा सरकार जम्मू-कश्मीर सरकार की आवश्यकताओं को पूरा करने में उनका पूरा सहयोग करेगी।
*तकनीक के बदलते युग में हर रोज पैदा हो रही चुनौतियों पर भी करना होगा मंथन*
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस प्रकार आज के युग में तकनीक में तीव्र गति से बदलाव होता है, नई नई तकनीक आती है, इन्हीं बदलती तकनीकों के कारण हर रोज चुनौतियों भी पैदा हो रही हैं, जिनके समाधान के लिए मंथन करने की आवश्यकता है।