रोहतक में एकजुट होंगे हरियाणा के MBBS स्टूडेंट, हरियाणा के चारों मेडिकल कॉलेजों के छात्र PGI रोहतक में बॉन्ड पॉलिसी को लेकर करेंगे प्रदर्शन*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय ख़ोज/भारतीय न्यूज,
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रोहतक में एकजुट होंगे हरियाणा के MBBS स्टूडेंट, हरियाणा के चारों मेडिकल कॉलेजों के छात्र PGI रोहतक में बॉन्ड पॉलिसी को लेकर करेंगे प्रदर्शन*
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रोहतक ;- मेडिकल स्टूडेंट से बाँड पॉलिसी के विरोध में बैठक करते हुए MBBS रोहतक के विद्यार्थी
हरियाणा के रोहतक में MBBS स्टूडेंट का बॉन्ड पॉलिसी के विरोध में धरना प्रदर्शन पिछले 14 दिनों से जारी है। इसको लेकर मंगलवार को प्रदेश के चारों मेडिकल कॉलेज के छात्र रोहतक PGI में एकत्रित होंगे। यहां डायरेक्टर ऑफिस के बाहर संयुक्त रूप से विरोध प्रदर्शन किया जाएगा ताकि उनकी मांग को पूरा किया जाए।
बॉन्ड पॉलिसी के विरोध में रोहतक के MBBS छात्रों एवं रेजिडेंट डॉक्टर्स के प्रतिनिधिमंडल ने प्रदेश के चारों मेडिकल कॉलेजों का दौरा किया था। उस दौरान सभी ने समर्थन देने का आश्वासन दिया। इसके बाद 15 नवंबर को पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय रोहतक, कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज करनाल, बीपीएस महिला मेडिकल कॉलेज सोनीपत व शहीद हसन खान मेवाती मेडिकल कॉलेज नूंह के छात्र रोहतक में एकजुट होंगे। रोहतक PGI में चल रहे MBBS के धरने को समर्थन देने के लिए डॉ. आरएस दहिया भी पहुंचे। उन्होंने धरना प्रदर्शन में शामिल होते हुए कहा कि छात्रों की मांग को जल्द से जल्द पूरा किया जाए ताकि विद्यार्थी आंदोलन की राह छोड़कर पढ़ाई पर फोकस कर पाएं। विद्यार्थी मजबूरी में अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं।
MBBS स्टूडेंट ने कहा कि सरकार ने उन पर बॉन्ड पॉलिसी के नाम पर आर्थिक बोझ डाल दिया है। जिसके तहत उन्हें प्रति वर्ष 10 लाख व चार साल में 40 लाख रुपए देने होंगे। ऐसे में वे पढ़ाई से पहले ही लाखों के कर्ज तले दब जाएंगे तो वे जन सेवा करेंगे या कर्ज कम करने को ध्यान में रखेंगे। इसलिए बॉन्ड पॉलिसी रद की जाए।
ये रखी मांग
– बॉन्ड एग्रीमेंट में से बैंक की दखल अंदाजी पूरी तरह से खत्म की जाए।
– साथ ही बॉन्ड सेवा की अवधि 7 साल से घटाकर अधिकतम 1 वर्ष की जाए।
– ग्रेजुएशन के अधिकतम 2 महीने के अंदर सरकार MBBS ग्रेजुएट को नौकरी प्रदान करे।
– 40 लाख सेवा बॉन्ड राशि को घटाकर 5 लाख रुपए किया जाए
– PG कोर्स (MD/MS) के बारे में स्थिति बिल्कुल साफ की जाए।