हाईकोर्ट में भी नही हुआ कार्य, NIA की वकीलों पर कार्रवाई के खिलाफ बार काउंसिल, एजेंसी के अफसरों को भेजेगी नोटिस*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय ख़ोज/भारतीय न्यूज,
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हाईकोर्ट में भी नही हुआ कार्य, NIA की वकीलों पर कार्रवाई के खिलाफ बार काउंसिल, एजेंसी के अफसरों को भेजेगी नोटिस*
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चंडीगढ़ ;- चंडीगढ़ की एडवोकेट डॉ. शैली शर्मा के सेक्टर 27 घर एवं ऑफिस में नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी(NIA) रेड के विरोध में बार काउंसिल सख्त कार्रवाई के मूड में है। बार काउंसिल ऑफ पंजाब एंड हरियाणा ने उन सभी राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के अफसरों को नोटिस जारी करने का फैसला किया है, जिन्होंने एडवोकेट-क्लाइंट विशेषाधिकार का उल्लंघन किया था और वकीलों के ऑफिस और घरों पर रेड की थी।
बार काउंसिल ऑफ पंजाब एवं हरियाणा के चेयरमैन सुवीर सिद्धू ने कहा है कि एडवोकेट्स के काम में इस तरह दखल देना गलत है। यह एडवोकेट्स एक्ट, 1961 तथा एविडेंस एक्ट के भी खिलाफ है। इससे पहले बार काउंसिल ने इस मुद्दे पर एक मीटिंग बुलाई थी जिसमें सभी 27 मेंबर्स शामिल हुए। इसमें NIA की वकीलों पर कार्रवाई के खिलाफ निंदा प्रस्ताव लाया गया और कहा गया कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों, इसके लिए भी कोई कदम उठाया जाना चाहिए।
आज तीसरे दिन पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में वकील कामकाज बंद रहा। ऐसे में सिविल और क्रिमिनल केसों की सुनवाई प्रभावित रही। इससे पहले हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के सेक्रेटरी विशाल अग्रवाल ने कहा था कि बार NIA की वकील शैली शर्मा के घर गैरकानूनी रेड का विरोध करती है और घटना के विरोध में 20 अक्तूबर को हाईकोर्ट में कामकाज बंद रखा जाएगा। वहीं दूसरी ओर डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन(DBA) ने भी चंडीगढ़ की जिला अदालत में आज कामकाज ठप रखा।
बता दें कि NIA ने गुरुग्राम, बठिंडा और चंडीगढ़ में तीन जगह वकीलों के घरों और दफ्तरों में छापेमारी का दस्तावेज और मोबाइल और लैपटॉप आदि जब्त किए थे। बार काउंसिल ने इस रेड के खिलाफ NIA के डायरेक्टर जनरल को लिखा था।
बीते 18 अक्तूबर की सुबह एडवोकेट डॉ. शैली शर्मा के घर में 6 बजे यह रेड की गई थी। NIA ने उनके दो मोबाइल फोन, उनके लैपटॉप और कंप्यूटर को भी खंगाला था और कुछ दस्तावेज भी ले गई थी। लगभग साढ़े 3 घंटे तक शैली शर्मा से पूछताछ की गई थी। जानकारी के मुताबिक शैली शर्मा 2 दर्जन से ज्यादा गैंगस्टर्स के केसों में कोर्ट में पैरवी कर रही हैं। उनमें ए प्लस कैटेगरी का गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया भी शामिल है। वर्ष 2019 में गैंगस्टस सुक्खा काहलवां हत्याकांड के आरोपियों के बरी होने के बाद से उनके क्लाइंट बढ़े थे।