हरियाणा कांग्रेस के संगठन के गठन की प्रक्रिया में फिर फंसा पेंच! सूची की घोषणा में हो सकती है देरी*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय ख़ोज/भारतीय न्यूज़,
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हरियाणा कांग्रेस के संगठन के गठन की प्रक्रिया में फिर फंसा पेंच! सूची की घोषणा में हो सकती है देरी*
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चंडीगढ़ ;- हरियाणा में कांग्रेस का संगठन लगभग बनकर तैयार है। इनमें प्रदेश कांग्रेस कमेटी, जिलाध्यक्ष, ब्लॉक अध्यक्षों के प्रमुख पदों का एलान होना है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के 195 सदस्यों के नामों का ऐलान जल्द हो जाएगा, जबकि जिलाध्यक्षों की सूची देरी से आएगी। पार्टी ने 19 सितंबर को होने वाली बैठक को एक दिन के लिए टाल दिया है, अब यह 20 सितंबर को चंडीगढ़ में होगी। कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता संगठन के नामों का ऐलान करने से ठीक पहले आम राय बनाना चाहते हैं। इधर, सूत्रों का कहना है कि 3 जिलों में जिलाध्यक्षों को लेकर आम राय नहीं बन पा रही है। अम्बाला, भिवानी और फरीदाबाद में जिलाध्यक्षों को लेकर पेंच फंसा हुआ है। अंबाला पूर्व प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा का लोकसभा क्षेत्र रहा है, भिवानी जिले से पूर्व कैबिनेट मंत्री किरण चौधरी और फरीदाबाद पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष चौ. उदयभान का इलाका माना जाता है।
पार्टी के सूत्र बताते हैं कि इन जिलों में ग्रामीण और शहरी जिलाध्यक्ष बनाए जा सकते हैं। यहां 5 या इससे अधिक नेता जिलाध्यक्ष के दावेदार हैं और इनमें से किसी एक का चयन चुनौती बना हुआ है। उधर, विधायक अभय सिंह चौटाला ने कहा कि मंडियों में धान और बाजरे की फसल की आवक शुरू हो गई है, लेकिन भाजपा गठबंधन सरकार ने मंडियों में किसानों के लिए जरूरी सुविधाओं पर कोई ध्यान नहीं दिया है।
*विधायकों को भी जिलाध्यक्ष की मिल सकती है कमान*
पार्टी के सूत्रों के मुताबिक जिन जिलों में जिलाध्यक्ष को लेकर खींचतान अधिक है, वहां पार्टी जिले के कांग्रेसी विधायक को जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंप सकती है। कई ऐसे जिले हैं जहां जिलाध्यक्ष पद के लिए एक से अधिक दावेदार हैं और पार्टी ने बीच का रास्ता निकालते हुए वहां पर जिलाध्यक्ष का जिम्मा विधायक को सौंपने का अंदर खाते निर्णय लिया है। हालांकि सूची बन चुकी है और इस पर पार्टी हाईकमान किसी भी समय मुहर लगा सकता है।
पार्टी द्वारा 24 प्रकोष्ठों में एडजस्ट करने की तैयारी
पार्टी की ओर से सितंबर के अंत या अक्टूबर के प्रथम सप्ताह में 24 प्रकोष्ठ बनाए जाने हैं। ऐसे में जो नेता जिलाध्यक्ष पद के लिए नहीं चुने जाते, उनको प्रकोष्ठों में बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है। नेता प्रतिपक्ष चौ. भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने 20 सितंबर को चंडीगढ़ में विधायक दल की बैठक बुलाई है, इसमें विभिन्न विषयों पर विचार किया जाएगा। इस दौरान संगठन को लेकर गहन मंथन होगा और 20 को ही प्रदेशाध्यक्ष का चुनाव होगा।
कांग्रेस पार्टी 22 सितंबर से ठीक पहले जिलाध्यक्षों के नामों का एलान कर सकती है, साथ ही प्रदेश कार्यकारिणी के नामों का एलान भी हो सकता है। ब्लॉक अध्यक्षों के नामों में कुछ देरी हो सकती है, लेकिन 26 सितंबर से पहले यह नाम भी फाइनल हो जाएंगे। जिन नेताओं की ड्यूटी इनके चयन को लेकर लगाई गई है, वे भी 20 सितंबर को चंडीगढ़ में होने वाली बैठक में शिरकत करेंगे।