Thursday, September 19, 2024
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हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल का आश्वासन, कोविड से अनाथ हुए बच्चों के सामने नही आने दी जाएगी कोई परेशानी*

राणा ओबराय
राष्ट्रीय ख़ोज/भारतीय न्यूज,
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हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल का आश्वासन, कोविड से अनाथ हुए बच्चों के सामने नही आने दी जाएगी कोई परेशानी*
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भिवानी ;- प्रदेश के कृषि एवं पशु पालन मंत्री जेपी दलाल ने कहा है कि कोविड से अनाथ हुए बच्चों की सहायता के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा पीएमकेयर फॉर चिल्ड्रन नाम से बड़ी ही महत्वाकांक्षी योजना शुरू की है। उन्होंने कहा है कि इस योजना के माध्यम से अनाथ हुए बच्चों का शिक्षा, स्वास्थ्य व उज्जवल भविष्य के लिए सर्वांगीण विकास होगा तथा सरकार द्वारा इन बच्चों के सामने कोई परेशानी नहीं आने दी जाएगी। कृषि एवं पशु पालन मंत्री श्री जेपी दलाल लघु सचिवालय स्थित वीडियो कॉन्फ्रेंस हॉल में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा वीसी कार्यक्रम के दौरान अपना संदेश दे रहे थे। कार्यक्रम के दौरान भिवानी-महेन्द्रगढ़ लोकसभा क्षेत्र से सांसद चौ. धर्मबीर सिंह व उपायुक्त आरएस ढिल्लो भी मौजूद रहे। इस दौरान वीसी के माध्यम से प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कोविड से अनाथ हुए बच्चों के लिए शुरू की गई पीएमकेयर फॉर चिल्ड्रन योजना के बारे में अपना संदेश दिया। कृषि मंत्री श्री जेपी दलाल ने कहा कि कोविड महामारी का हर इंसान पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। बहुत से लोगों की कोविड से मौत हुई है। ऐसे परिवारों की मदद के लिए केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा योजनाएं शुरू की गई हैं, ताकि इन परिवारों के सामने किसी प्रकार की कोई दिक्कत न आए। उन्होंने कहा कि सबसे से बड़ी समस्या उन बच्चों के सामने बनी है, जिन्होंने कोविड महामारी से अपने माता व पिता दोनों को खोया है। इन बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए भारत सरकार ने प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा 29 मई 2021 को पीएमकेयर फॉर चिल्ड्रन नाम से बड़ी ही महत्वाकांक्षी योजना शुरू की गई है। इस योजना में 11 मार्च 2020 से 28 फरवरी 2022 तक समय के दौरान कोविड से अनाथ हुए बच्चों को शामिल किया गया है। कृषि मंत्री श्री दलाल ने बताया कि अनाथ हुए बच्चों के खातों में एमआईएस स्कीम के तहत नौ लाख 29 हजार 370 रूपए जमा किए जाएंगे। 18 वर्ष की आयु पूरी होने के उपरांत बच्चे के खाते में एकत्रित हुई राशि में से चार हजार रुपए मासिक पेंशन/भत्ता देने का प्रावधान किया गया है। वह बच्चा 23 साल उम्र पूरी होने के बाद अपनी दस लाख रूपए की एकमुश्त राशि को निकलवा भी सकता है। इन बच्चों का उनके नजदीकी या सरकारी व प्राईवेट स्कूल में दाखिला करवाकर शिक्षा हासिल करवाई जाएगी। इस योजना के तहत 18 वर्ष की आयु तक आयुष्मान भारत योजना के तहत पांच लाख का रूपये तक का स्वास्थ्य बीमा किया गया है। बीमा के प्रीमियम का भुगतान पीएम केयर्स द्वारा किया जाएगा। इसी प्रकार से कक्षा पहली से 12वीं के बच्चों के लिए 20 हजार रूपये प्रति वर्ष छात्रवृति, कौशल प्रशिक्षण के लिए कर्मा छात्रवृति, तकनीकी शिक्षा के लिए स्वानाथ छात्रवृति तथा 50 हजार रूपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी। कृषि मंत्री ने वीसी कार्यक्रम के दौरान कोविड से अनाथ हुई बच्ची को प्रधानमंत्री श्री नेरन्द्र मोदी द्वारा भेजा गया एक स्नेह-पत्र (पीएम केयर फॉर चिल्ड्रन स्कीम का प्रमाण-पत्र), पीएमकेयर फॉर चिल्ड्रन स्कीम की पासबुक के साथ-साथ पीएमजेएवाई हैल्थ कार्ड भेंट किए। चंूकि इस बच्ची की उम्र 18 वर्ष से कम है, इसलिए भारत सरकार के निर्देशानुसार इसकी पहचान सार्वजनिक नहीं की जा रही है। वीसी के माध्यम से प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कोविड से अनाथ हुए बच्चों के प्रति अपने संदेश में कहा कि कोरोना इस सदी की सबसे बड़ी महामारी व त्रासदी रही है। कोविड से प्रभावित बच्चों/परिवारों की तकलीफ को शब्दों में कहना मुश्किल है। जो इंसान इस दुनिया से चला जाता है, उसकी यादें यहां रह जाती है लेकिन इस महामारी से प्रभावित लोग जिस परिवार में हैं या जो बच्चे अनाथ हैं, उनके सामने दु:खों का अंबार लगा है, परंतु ये बच्चे अपने आप को अकेला या असहाय न समझे मुसीबत की इस घड़ी में पूरा देश उनके साथ खड़ा है। उन्होंने इन बच्चों से आह्वान किया कि वे शिक्षकों को अपना आदर्श मानने के साथ-साथ अच्छी पुस्तकों को अपना दोस्त समझें, जो कि ये उनके लिए मार्गदर्शक का काम करेंगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया में जितने भी महान लोग हुए हैं, उन्होंने मुसीबतों का सामना किया और जीवन में कभी हार नहीं मानी।

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