रोहतक के पूर्व मंत्री सहित भाजपा नेताओं को 8 घंटे से ज्यादा समय तक बनाया बंधक, रिहा होने के लिए जोड़े हाथ! बाद में मुकरे?*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय ख़ोज/भारतीय न्यूज,
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रोहतक के पूर्व मंत्री सहित भाजपा नेताओं को 8 घंटे से ज्यादा समय तक बनाया बंधक, रिहा होने के लिए जोड़े हाथ! बाद में मुकरे?*
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रोहतक ;- किसानों की कैद से बाहर आने के बाद पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर ने कहा, हुड्डा खाप के कुछ लोगों ने मुझसे राम-राम करने की बात कही. मेरे राम-राम करते ही मामला खत्म हो गया. मैंने माफी नहीं मांगी। जिले के गांव किलोई में शुक्रवार को उस वक्त बड़ा बखेड़ा खड़ा हो गया, जब किसानों में हरियाणा भाजपा उपाध्यक्ष व पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर समेत कई बीजेपी नेताओं को प्राचीन शिव मंदिर में बंधक बना लिया. सूचना मिलने के बाद जिले के एसपी उदय सिंह मीणा, सोनीपत के एसपी राहुल शर्मा, झज्जर के एसपी वसीम अकरम, एएसपी रोहतक कृष्ण लोहचब, डीएसपी मुख्यालय सज्जन सिंह के साथ रोहतक के 7 थानों के SHO और 800 पुलिसकर्मियों के अलावा सोनीपत और झज्जर की पुलिस फोर्स और रैपिड एक्शन फोर्स मौके पर पहुंच गई. करीब 8 घंटे 11 मिनट चले इस तनावपूर्ण घटनाक्रम के बाद भाजपा नेताओं ने जब हाथ जोड़कर ‘माफी’ मांगी, तब जाकर किसानों ने उन्हें रिहा किया। मनीष ग्रोवर सुबह गांव किलोई के मंदिर में पूजा करने पहुंचे. केदारनाथ धाम में पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पूजा दर्शन समेत करीब 400 करोड़ रुपये के शिलान्यास और उद्घाटन कार्यक्रम का लाइव प्रसारण भी किलोई के प्राचीन शिव मंदिर में हो रहा था. मंदिर में मनीष के अलावा संगठन मंत्री रविंद्र राजू, मेयर मनमोहन गोयल, जिला अध्यक्ष अजय बंसल, भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रामअवतार बाल्मीकि, भाजपा के कई पार्षद, महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष ऊषा शर्मा, भाजपा युवा मोर्चा जिला अध्यक्ष नवीन ढुल समेत कई नेता मौजूद थे। गांव के किसानों को जैसे ही पता चला कि भाजपा नेता मंदिर में आए हैं तो वे मंदिर पहुंच गए. मंदिर के बाहर विरोध करने के लिए पहुंच गए. उन्होंने मंदिर प्रांगण में लगी टीवी स्क्रीन के तार तोड़ दिए. भाजपा नेताओं की गाड़ियों के टायरों की हवा निकाल दी. किसानों ने नेताओं को बंधक बना लिया. सूचना मिलते ही भारी संख्या में फोर्स मंदिर पहुंच गई। किसानों और प्रशासन की बातचीत के बाद भाजपा नेताओं ने माफी मांग ली, लेकिन किसानों ने कहा कि प्रदेश उपाध्यक्ष मनीष ग्रोवर ने हाथ जोड़कर माफी नहीं मांगी. इस दौरान पुलिस अधिकारी किसानों को समझाने की कोशिश करते रहे. कई घंटे चले विवाद के बाद बाद भाजपा नेता मनीष ग्रोवर मंदिर की बालकनी में आए और हाथ जोड़ लिए. कुछ ही क्षणों में वह मंदिर के अंदर चले गए। इसके बाद पहले लोगों को मंदिर से बाहर भेजा गया. इसके बाद एक-एक कर बीजेपी नेताओं को मंदिर से निकाला. सबसे पहले जिला अध्यक्ष अजय बंसल बाहर आए फिर सतीश नांदल और उसके बाद मनीष ग्रोवर भी मंदिर से शाम 5:41 बजे किसानों की कैद से निकल आए. दरअसल कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए किसान बीजेपी नेताओं के हर कार्यक्रम का विरोध कर रहे हैं.
मंत्री बोले-मैंने राम-राम कर दी शिव मंदिर से बाहर आते ही मनीष ग्रोवर ने कहा, हुड्डा खाप के कुछ लोग हमारे पास आए और उन्होंने कहा कि बस एक बार आप बालकनी से सबको राम-राम कर दो. हमने राम-राम कर दी और मामला खत्म हो गया. हमने किसी से कोई माफी नहीं मांगी. उन्होंने कहा कि जब-जब भोले शंकर हमें किलोई बुलाएंगे, इसी मंदिर में मत्था टेकने फिर आएंगे.
पहले भी हुई थी ऐसी घटना
कुछ महीने पहले मनीष ग्रोवर के खिलाफ रोहतक स्थित उनके आवास स्थान वाली कॉलोनी डीएलएफ में किसानों ने कई दिनों तक माफी मंगवाने के लिए धरना दिया था. आखिर में मंत्री ने ऐसे ही हाथ जोड़कर माफी मांगी थी, जब किसान वहां से धरना खत्म कर चले गए तो पूर्व मंत्री ने अपना बयान देते हुए माफी को बड़े बुजुर्गों को प्रणाम करने के लिए हाथ जोड़ने की बात कही थी।