काले झंडों व काले गुब्बारों से होगा शाह का स्वागत: अभय
राणा ओबराय
राष्ट्रीय खोज/भारतीय न्यूज़,
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काले झंडों व काले गुब्बारों से होगा शाह का स्वागत: अभय
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सिरसा ;- हरियाणा विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अभय सिंह चौटाला ने कहा कि आगामी 15 फरवरी को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह जींद दौरे पर आकर बाइक रैली निकालेंगे। रैली से पूर्व इनेलो ने एक पत्र लिखकर अमित शाह से सर्वोच्च न्यायालय की ओर से हरियाणा में हक में दिए गए एसवाईएल के फैसले को लागू कराने के बारे में उनके विचार जाने हैं। यदि अमित शाह सकारात्मक संदेश के साथ हरियाणा के हक का पानी प्रदेश को दिलाने की हामी भरते हैं तो उनकी बाइक रैली चलने दी जाएगी अन्यथा उनका स्वागत आसमान से आते उनके हैलीकॉप्टर का काले झंडों और काले गुब्बारों से किया जाएगा।
वे बुधवार को डबवाली रोड पर अपने आवास पर इनेलो प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्यों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने इस दौरान सभी पार्टी पदाधिकारियों से कहा कि इनेलो ही एकमात्र ऐसा राजनीतिक दल है जिसके पुरोधा चौधरी देवीलाल ने एसवाईएल नहर के निर्माण को लेकर प्रक्रिया आरंभ की थी मगर कांग्रेस ने हमेशा इस नहर के निर्माण में रोड़े अटकाए जिसका खामियाजा प्रदेश की जनता को आज तक भुगतना पड़ रहा है। अभय सिंह चौटाला ने कहा कि इनेलो ने गंभीरता से इस नहर के निर्माण को लेकर अपनी लड़ाई को अभी तक जारी रखा है। इस कड़ी में तीन मर्तबा सांकेतिक आंदोलनों के माध्यम से केंद्र सरकार को चेताने का काम किया है मगर सरकार की उदासीनता के चलते ही अब इनेलो ने आरपार की लड़ाई का मन बना लिया है। इसी कड़ी में आगामी 7 मार्च को दिल्ली के रामलीला मैदान में विशाल किसान रैली आयोजित की जाएगी जिसमें उमडऩे वाली भीड़ केंद्र सरकार को इस नहर के निर्माण के लिए बाध्य करेगी। प्रतिपक्ष नेता अभय सिंह चौटाला ने कहा कि इनेलो के सभी प्रकोष्ठ पदाधिकारियों, विधायकों, सांसदों के अलावा सभी सक्रिय कार्यकर्ता अपने स्तर पर जनसपंर्क साधेंगे और लोगों को अधिक से अधिक संख्या में इस रैली के लिए आमंत्रित करेंगे।
उन्होंने कहा कि एसवाईएल की लड़ाई अकेले इनेलो की नहीं बल्कि प्रदेश के हर व्यक्ति की लड़ाई है क्योंकि इस नहर का पानी हरियाणा को मिलने के बाद जहां एक ओर हरियाणा के किसानों को पानी के चलते अधिक उत्पादन मिलेगा वहीं उनकी आर्थिक व्यवस्था भी मजबूत होगी। इस अवसर पर उन्होंने प्रदेश के सभी 90 हलकों के लिए 90 प्रभारी बनाए गए और उन्हें 7 मार्च और 15 फरवरी को जींद में होने वाले विरोध प्रदर्शन के मौके पर ड्यूटी सौंपी।