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हरियाणा विधानसभा में सदन के नेता व वित्त मंत्री को सुविधा के लिए मिलेंगे हाइड्रोलिक डेस्क*

राणा ओबराय
राष्ट्रीय ख़ोज/भारतीय न्यूज़,
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हरियाणा विधानसभा में सदन के नेता व वित्त मंत्री को सुविधा के लिए मिलेंगे हाइड्रोलिक डेस्क*
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चंडीगढ़;- हरियाणा विधान सभा को पेपरलैस करने की योजना पर बुधवार को महत्वपूर्ण बैठक हुई। विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) की समीक्षा के लिए विस अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में डिजीटलाइजेशन की प्रक्रिया पर बिंदुवार चर्चा हुई। विधान सभा की तरफ से हरियाणा सरकार और चंडीगढ़ यूटी प्रशासन के अधिकारयों के सम्मुख पेपरलैस विधान सभा की परिकल्पना प्रस्तुत की गई। इसके बाद इस कार्य को सिरे चढ़ाने के लिए प्रत्येक विभाग के कार्यों का निर्धारण किया गया। विधान सभा की डिजीटलाइजेशन परियोजना का संचालन एमएलए हॉस्टल स्थित सर्वर रूम से होगा। सर्वर रूम के साथ विधान सभा के सदन और सचिवालय को जोड़ने के लिए स्पेशल फाइबर लाइनों का प्रयोग होगा। इस कार्य को हरियाणा का पीडब्ल्यूडी (बी एंड आर) और चंडीगढ़ प्रशासन का इंजीनियरिंग विंग पूरा करेगा। पेपरलैस विधान सभा की कार्यवाही के पूरे दृश्य बदले हुए होंगे। सदन के नेता मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री को अपनी बात रखने के लिए हाइड्रोलिक डेस्क होंगे। ये डेस्क आवश्यकता अनुसार ऊपर नीचे हो सकेंगे। हर डेस्क पर नवीनतम तकनीक से लेस टैब फिक्स होंगे। इन इलेक्ट्रोनिक उपकरणों पर सदन की कार्यवाही का पूरा विवरण उपलब्ध रहेगा। सदन में प्रस्तुत किए जाने वाले विधेयकों पर डिजीटल माध्यम में ही संशोधन प्रस्तुत होंगे। प्रश्नकाल के प्रश्न और उनके जवाब भी इसी माध्यम से उपलब्ध होंगे। डेस्क पर लगे माइक की लंबाई बढ़ाने का भी प्रस्ताव है। फिलहाल अनुभव में यह आ रहा है कि विधायकों को खड़े होकर अपनी बात रखने में दिक्कत आती है। सदन में कई विधायक काफी लंबे हैं और सदन के माइक छोटे होने के कारण वे अपनी बात अच्छे से नहीं रख पाते। विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने बैठक में अधिकारियों से इस परियोजना पर अभी तक हुई प्रगति रिपोर्ट का ब्योरा तलब किया है। उन्होंने कहा यह कार्य सिरे चढ़ाने से पहले संसद में लगने वाले उपकरणों की भी जानकारी प्राप्त करनी चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को आगाह किया कि कोई भी बड़ा निर्णय लेते वक्त उसके सभी पक्षों पर गहन विचार विमर्श करना चाहिए। गुप्ता ने कहा कि ऐसी परियोजनाओं पर जनता की मेहनत की कमाई से प्राप्त धन खर्च होता है इसलिए ये व्यवस्थाएं दूरगामी सोच के साथ विकसित करनी चाहिए। बैठक में हरियाणा सरकार में आईटी विभाग के प्रमुख सचिव विनीत गर्ग, प्रसोनल विभाग के सचिव पंकज अग्रवाल, आईटी विभाग के विशेष सचिव राज नारायण कौशिक, वित्त सचिव कोमल किशोर, विधान सभा सचिव राजेंद्र कुमार नांदल, अतिरिक्त सचिव सुभाष चंद्र शर्मा, एनआईसी विभाग के डीडीजी दीपक बंसल, चंडीगढ़ नगर निगम के मुख्य अभियंता शैलेंद्र सिंह, विधान सभा के संयुक्त सचिव नरेन दत्त, एनआईसी विभाग के एएसआईओ रमेश गुप्ता, महाप्रबंधक सुरजीत सिंह व अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

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