केंद्रीय मंत्री व हरियाणा के अहीर नेता इंद्रजीत यादव के समर्थक मन्त्री की हरियाणा मंत्रिमंडल से हो सकती है छूटी? इंद्रजीत के समर्थकों को संगठन में स्थान न देकर भाजपा नेतृत्व ने दिया जोर का झटका!
राणा ओबराय
राष्ट्रीय ख़ोज/भारतीय न्यूज,
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केंद्रीय मंत्री व हरियाणा के अहीर नेता इंद्रजीत यादव के समर्थक मन्त्री की हरियाणा मंत्रिमंडल से हो सकती है छूटी? इंद्रजीत के समर्थकों को संगठन में स्थान न देकर भाजपा नेतृत्व ने दिया जोर का झटका!
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चंडीगढ ;- केंद्रीय मंत्री व अहीर नेता राव इंद्रजीत सिंह कि कभी केंद्र सरकार और भाजपा आलाकमान में इतनी तूती बोलती थी कि उनके एक इशारे पर उनके कहने से हरियाणा मंत्रिमंडल से उनके एक समर्थक को मंत्री पद से हटा दिया गया था। इतना ही नहीं उनके कई कार्यकर्ताओं को हरियाणा सरकार में चेयरमैन व हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग का सदस्य भी बनाया गया था।आज भाजपा अहीरवाल के इस दिग्गज नेता व केंद्रीय मन्त्री की हेकड़ी उतारने के लिए कोई कोर कसर नही छोड़ना चाहती। इसका पहला उदाहरण यह है कि पहली बार घोषित प्रदेश कार्यकारणी के गठन में राव समर्थकों को तवज्जो नहीं दी गई। उसके बाद अब भाजपा संगठन में जिला प्रभारियों की नियुक्ति में भी राव के समर्थकों को दूर ही रखा गया। यह आरोप तो पहले से ही लगते रहे हैं कि कांग्रेस छोड़कर जब राव इंदरजीत सिंह भाजपा में शामिल हुए तो उनके समर्थकों के दिल भाजपा कार्यकर्ताओं के दिल से नहीं मिले। राव के कार्यकर्ता आज भी अपने आप को भाजपा कार्यकर्ता से पहले राव का समर्थक कहलाना पसंद करते हैं। इसका एहसास भाजपा हाईकमान को भी है। यही कारण है कि पहले प्रदेश कार्यकारिणी व अब जिला प्रभारियों की नियुक्ति करते समय असली भाजपा कार्यकर्ताओं को ही तवज्जो दी गई जो काफी लंबे समय से पार्टी को सींचने में जी-जान से जुटे हुए थे। भाजपा हाईकमान ने राव को एक ही झटका नहीं दिया कि उनके समर्थकों को कार्यकारिणी व जिला प्रभारी की नियुक्ति में उनके समर्थकों को जगह नहीं दी गई बल्कि उनके राजनैतिक घोर विरोधी रहे अरविंद यादव का भी लगातार कद बढ़ाकर भाजपा हाईकमान ने उनको यह संदेश जरूर दे दिया कि अब पार्टी उनके दबाव में आने वाली नहीं है। अरविंद यादव को पहले हरको बैंक का चेयरमैन नियुक्त किया गया उसके बाद अब उन्हें रोहतक जैसे राजनीतिक प्रभाव वाले जिले का भी अब प्रभारी बना दिया गया। गत विधानसभा चुनाव में राव से दो-दो हाथ करने वाले व राव समर्थक उम्मीदवार का विरोध करने के आरोप के चलते उन्हें 6 वर्ष के लिए पार्टी से निष्कासित कराने का भी दम राव की ओर से भरा गया था। कहां यह भी जाता है कि भाजपा के कार्यकर्ताओं ने ही राव समर्थक व रेवाड़ी विधान सभा से उम्मीदवार को हराने में अहम रोल अदा किया था जिनमें अरविंद यादव का नाम भी शामिल था लेकिन भाजपा हाईकमान ने उन्हें दोहरी जिम्मेदारी देकर राव के कद का एहसास करा दिया।
अहीरवाल में जनाधार के दम पर पार्टी हाईकमान को अपने इशारों पर नचाने वाले राव इंद्रजीत सिंह की हेकड़ी निकालने की अब भाजपा ने पूरी तैयारी कर ली है। प्रदेश स्तर पर पार्टी के लिए निर्णय लेने में राव समर्थकों को पूरी तरह नजरअंदाज किया जा रहा है। वही इसके विपरीत अहीरवाल में राव का विरोध करने वाले भाजपा नेताओं को पार्टी नेतृत्व सिर आंखों पर बैठाने का काम कर रहा है। ऐसा लग रहा है कि अहीरवाल क्षेत्र में भाजपा के पार्टी स्तरीय मामलों में अब राव के हस्तक्षेप को पार्टी ज्यादा समय तक झेलने को तैयार नहीं है। अरविंद यादव ही नहीं उनकी दूसरी विरोधी पूर्व डिप्टी स्पीकर संतोष यादव को प्रदेश उपाध्यक्ष के साथ महिला मोर्चा की प्रभारी भी नियुक्त किया गया है। पार्टी की तीन सूचियां जारी हो चुकी हैं। पद पाने में नाकाम राव समर्थक बुरी तरह हताशा व निराशा में डूबे हुए हैं। पार्टी की प्रदेश इकाई राव की सलाह के बिना एक के बाद एक निर्णय ले रही है। शायद पार्टी की ओर से राव को यह संदेश देने का काम किया जा रहा है कि भाजपा में व्यक्ति विशेष पार्टी से ऊपर नहीं हो सकता। इंद्रजीत खामोशी और बेबसी के साथ सारा नजारा देख रहे हैं। उनके समर्थक दिल में आक्रोश लिए निराशा का सामना कर रहे हैं और विरोधी खुशी के मारे झूम रहे हैं। कहा तो यह भी जा रहा है कि देर सवेर ही सही भाजपा के पुराने कार्यकर्ता व रेवाड़ी विधान सभा से पूर्व विधायक रणधीर सिंह कापड़ीवास को भी पार्टी में जल्द शामिल किया जा सकता है। निजी सूत्रों के अनुसार सबसे विचित्र करने वाली खबर यह आ रही है कि केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत के दबाव के कारण हरियाणा में बने एक मंत्री को मंत्रिमंडल से पद मुक्त किया जा सकता है! सूत्रों की माने तो राव समर्थक मंत्री को हटाकर हरियाणा मुख्यमंत्री खट्टर अपने निकटतम विधायक को मंत्री बनाना चाहते हैं! जिसकी पहले भी कई बार चर्चाएं हो चुकी है!