हरियाणा DGP पुलिस मनोज यादव मामले में बैकफुट पर दिखे हरियाणा गृहमन्त्री अनिल विज! पहले भी CID विभाग मामले में हाथ लगी थी निराशा ?
राणा ओबराय
राष्ट्रीय ख़ोज/भारतीय न्यूज,
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
हरियाणा DGP पुलिस मनोज यादव मामले में बैकफुट पर दिखे हरियाणा गृहमन्त्री अनिल विज! पहले भी CID विभाग मामले में हाथ लगी थी निराशा ?
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
चंडीगढ ;- हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज अपने अलग ही अंदाज के बारे में जाने जाते हैं। हरियाणा में गब्बर नाम से मशहूर गृह मंत्री अनिल विज को यदि कोई बात या मसला पसंद नहीं आता तो वह खुलकर उसके खिलाफ आ जाते हैं।अभी हाल ही में हरियाणा पुलिस महानिदेशक मनोज यादव की नियुक्ति को लेकर उन्होंने अपना रुख स्पष्ट कर दिया कर दिया है। परंतु शायद इस बार भी उनके अपने ही पुलिस विभाग में उनकी नहीं चली। क्योंकि मुख्यमंत्री के चाहने मात्र से ही मनोज यादव को DGP पद पर पुनः एक वर्ष की सेवा अवधि मिल गई है। गत वर्ष भी हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने सीआईडी विभाग को लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल से सीधी लड़ाई लड़ी थी। क्योकि उनका मानना था कि सीआईडी विभाग भी पुलिस विभाग का ही एक अंग है। परंतु सीएम ने वहां भी उनको पटकनी देते हुए CID अपने अधीन ही रखा था। इस तरह गृहमन्त्री विज को अपने विभाग में सुधार लाने के लिए लड़ते हुए देखा गया है। हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज को शायद शिकस्त का मुंह देखना पड़ा ऐसा हम कह सकते हैं! परंतु एक बात सत्य है आज अगर हरियाणा में कोई नेता लोकप्रिय है तो वह सिर्फ अनिल विज ही है। जिसके ऊपर प्रदेश की जनता, सत्तापक्ष और विपक्षी दल सभी विश्वास करते हैं।