गीता जयंती के अंतिम दिन डीसी धर्मेंद्र सिंह ने विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा, हमें किसी भी परिस्थिति में नही होना चाहिए विचलित*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय ख़ोज/भारतीय न्यूज,
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गीता जयंती के अंतिम दिन डीसी धर्मेंद्र सिंह ने विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा, हमें किसी भी परिस्थिति में नही होना चाहिए विचलित*
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पानीपत(राजेेशओबराय);- उपायुक्त धर्मेंद्र सिंह ने वीरवार को स्थानीय आर्य कालेज के सभागार में आयोजित जिला स्तरीय गीता जयंती महोत्सव के अंतिम दिन बतौर मुख्य अतिथि बोलते हुए कहा कि गीता हमें यही सिखाती है कि हमें किसी भी परिस्थिति में विचलित नहीं होना चाहिए। अपने आपको स्थिर भाव में रखकर हम हर समस्या का निवारण कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि गीता ऐसा महाग्रन्थ है, जिसमें श्रीकृष्ण भगवान ने जीवन की सभी परिस्थितियों में से निकलने की प्रेरणा ली है। हर परिस्थिति का वर्णन गीता में दिया गया है। भगवान श्री कृष्ण ने कहा कि यदि युद्ध की नौबत भी आ गई है तो उसमें भी विचलित नहीं होना चाहिए और अपने आपको स्थिर रख युद्ध करना चाहिए। निष्काम कर्म करने का संदेश गीता में दिया गया है, जिसे प्रत्येक विद्यार्थी अपने जीवन में उतारकर जीवन में सफलता प्राप्त कर सकता है। डीसी धर्मेन्द्र सिंह ने कहा कि गीता जयंती का आयोजन सरकार की ओर से इसलिए किया जाता है कि गीता का संदेश प्रत्येक घर और प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंंचे। पुरे विश्व में गीता की गूंज हरियाणा प्रांत से ही गई है। कुरूक्षेत्र की पावन धरा से अब की बार कोरोना महामारी के दृष्टिगत इसका ऑनलाईन प्रसारण विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म के माध्यम से किया गया है।
कार्यक्रम में आर्य कालेज के प्राचार्य डॉ0 जगदीश गुप्ता ने इस कार्यक्रम में भाग लेने पर उपायुक्त और एसडीएम स्वप्रिल पाटिल का स्वागत किया। डॉ जगदीश गुप्ता ने कहा कि जिला प्रशासन के साथ आर्य कालेज द्वारा इस गीता जंयती महोत्सव का आयोजन किया गया। इस महाविद्यालय के लिए यह गर्व की बात है। आर्य कालेज सदैव से ही जिला प्रशासन के साथ मिलकर अनेक कार्यक्रमों को आयोजित करवाता आया है। उन्होनें कहा कि भविष्य में भी कालेज की ओर से जिला प्रशासन को पूरा सहयोग दिया जाएगा।
कार्यक्रम में प्रसिद्ध कथा वाचक राधे-राधे महाराज व पंडित निरंजन पराशर ने गीता के श£ोकों का उच्चारण और अनुवाद कर विद्यार्थियों को प्रेरित किया और कहा कि गीता हमें सही मायने में जीना सिखाती है। हमें अपने नैतिक जीवन में गीता को शामिल करना चाहिए। कालेज प्रबंधन की ओर से डॉ0 जगदीश गुप्ता ने उपायुक्त धर्मेन्द्र सिंह और एसडीएम स्वप्रिल पाटिल को स्मृति चिन्ह भी भेंट किया। गीता महोत्सव में कला अध्यापक प्रदीप मलिक द्वारा बनाई गई रंगोली को भी सभी ने सराहा। इस मौके पर आर्य कालेज के विद्यार्थियों और मिलेनियम स्कूल के बच्चों ने गीता शलोक और श्रीकृष्ण-अर्जुन संवाद पर बेहतरीन अदाकारी कर सबकी वाहवाही लूटी।