भारी बारिश की चेतावनी से पंजाब के स्कूल बंद / उफान पर पहुँची सतलुज, ब्यास और रावी नदीयां*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय खोज/भारतीय न्यूज,
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भारी बारिश की चेतावनी से पंजाब के स्कूल बंद / उफान पर पहुँची सतलुज, ब्यास और रावी नदीयां*
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पंजाब में बारिश और बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। सूबे में भारी बारिश के चलते सरकार ने स्कूलों को बंद करने का फैसला लिया है। ऐसे में पूरे पंजाब में अगले तीन दिन स्कूल बंद कर दिए गए हैं। बाढ़ के हालात और बारिश के अलर्ट के चलते तीन दिन के लिए सभी स्कूलों को बंद करने का फैसला लिया गया है। सीएम भगवंत मान ने बताया कि पिछले दिनों से भारी बारिश हो रही है और मौसम विभाग की ओर से आगे भी कुछ दिनों तक भारी बारिश होने का अनुमान लगाया जा रहा है। इसे देखते हुए राज्य के सभी प्राइमरी, सेकेंडरी, सीनियर सेकेंडरी सरकारी और प्राइवेट स्कूल 27 अगस्त से 30 अगस्त तक बंद रहेंगे। पंजाब में मूसलाधार बारिश के कारण बांधों का जलस्तर खतरे के निशान की तरफ बढ़ता जा रहा है। इस वजह से भाखड़ा, पौंग, रणजीत सागर डैम से हजारों क्यूसेक पानी रोजाना सतलुज, ब्यास और रावी में छोड़ा जा रहा है। इस वजह से पंजाब के आठ जिलों पठानकोट, कपूरथला, मोगा, तरनतारन, फाजिल्का, फिरोजपुर, अमृतसर और होशियारपुर में हालात खराब होते जा रहे हैं।
“पानी का बहाव बढ़ने के खतरे को देखते हुए लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील”
फाजिल्का की डीसी अमरप्रीत कौर संधू ने जिले से गुजरने वाली क्रीक के पार के गांवों के लोगों को सचेत किया है कि हुसैनीवाला हेडवर्क्स से 2,20,000 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। यह निकासी 26 अगस्त 2025 को दोपहर दो बजे की है। इससे फाजिल्का में आने वाले समय में दरिया का पानी और बढ़ेगा।उन्होंने बताया कि विभाग की टीमें लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए तैनात हैं। उन्होंने अपील की कि खासकर बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जाए। प्रशासन ने 5 राहत केंद्र भी बनाए हैं। उन्होंने बताया कि भले ही गांवों के आबादी वाले हिस्सों में पानी नहीं है और पानी गांवों के चारों ओर है। लोगों और खासकर बच्चों को दरिया के पानी से दूर रहने की अपील की गई है। जिला स्तरीय बाढ़ कंट्रोल रूम का नंबर 01638-262153 है। लोग किसी भी जानकारी या मदद के लिए इस नंबर पर संपर्क कर सकते हैं।
डीसी ने बताया कि जिला प्रशासन की टीमें सभी प्रभावित गांवों में सक्रिय हैं। लोगों को राशन, कैटल फीड बांटी जा रही है। पीने के पानी की सप्लाई सुनिश्चित रखने के लिए जल सप्लाई और सेनिटेशन विभाग की टीमें गांवों में सक्रिय हैं। लगातार पानी के सैंपल लेकर जांचे जा रहे हैं ताकि पानी से कोई बीमारी फैलने का डर न रहे। विभाग की टीमें लोगों को साफ पानी की पहचान और उबाल कर पीने के लिए प्रेरित कर रही हैं। पशु पालन विभाग की टीमें भी गांवों में सक्रिय हैं। एडीसी डॉ. मंजीत कौर, एसडीएम वीरपाल कौर समेत सभी अधिकारी राहत कार्यों की निगरानी कर रहे हैं। प्रभावित गांवों को सेक्टरों में बांटकर राहत कार्यों की बारीकी से निगरानी के लिए सेक्टर अफसर लगाए गए हैं। डीसी ने कहा कि प्रशासन हर स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।

