Thursday, January 30, 2025
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फ्लाइट से जाना था कनाडा, पहुँचना पड़ा पुलिस स्टेशन! / मुस्तेद अधिकारी की होशयारी से चेहरे ने खोल दिया राज!*

राणा ओबराय
राष्ट्रीय खोज/भारतीय न्यूज,
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फ्लाइट से जाना था कनाडा, पहुँचना पड़ा पुलिस स्टेशन! / मुस्तेद अधिकारी की होशयारी से चेहरे ने खोल दिया राज!*
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दिल्‍ली ;- मीडिया रिपोर्टे के अनुसार इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट का मामला सामने आया है। आईजीआई एयरपोर्ट से कनाड़ा जाने के इरादे से एक युवती टर्मिनल थ्री पहुंची थी। एयरपोर्ट पर डॉक्‍यूमेंट की स्‍क्रुटनी के दौरान एक बड़े अफसर की निगाहें इस युवती के चेहरे पर टिक गईं। इसके बाद, कुछ ऐसा हुआ,‍ जिससे युवती की फ्लाइट तो छूटी ही, बड़ी मुसीबत में और फंस गई।
आईजीआई एयरपोर्ट के सीनियर ऑफिसर के अनुसार, दलजीत कौर नामक इस युवती को एयर कनाडा की फ्लाइट AC-043 से कनाडा के लिए रवाना होना था. बैगेज चेकइन और बोर्डिंग पास हासिल करने के बाद यह युवती डाक्‍यूमेंट की स्‍क्रूटनी के लिए ब्‍यूरो ऑफ इमिग्रेशन के काउंटर पर पहुंच गई। पासपोर्ट की स्‍क्रुटनी के दौरान, इमिग्रेशन अफसर की निगाहें इस युवती के चेहरे पर आकर टिक गईं। दरअसल, स्‍क्रुटनी के लिए सौंपे पासपोर्ट में जो फोटो लगी थी, वह इस युवती के चेहरे से मेल नहीं खा रही थी। पहले इमिग्रेशन अधिकारी को लगा कि फोटो पुरानी होने की वजह से तो यह अंतर नहीं है। लेकिन, जब उन्‍होंने इस युवती के चेहरे को गौर से देखा तो उन्‍हें भरोसा हो गया कि पासपोर्ट में जिस युवती की फोटो लगी है, वह इस युवती की नहीं है. लिहाजा, उससे पूछताछ का दौर शुरू हो गया। पूछताछ के दौरान, युवती ने कबूल कर लिया कि यह पासपोर्ट उसका नहीं है और वह किसी अन्‍य युवती के पासपोर्ट पर कनाडा जाने की कोशिश कर रही थी। इस खुलासे के बाद ब्‍यूरो ऑफ इमिग्रेशन ने इस युवती को आगे की जांच के लिए आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस के हवाले कर दिया. वहीं युवती से पूछताछ के लिए एयरपोर्ट थाना के एसएचओ सुशील गोयल की लीडरशिम में एक टीम बनाई गई।
*20 लाख रुपए में हुआ था कनाडा पहुंचाने का सौदा*
आईजीआई एयरपोर्ट की डीसीपी उषा रंगनानी के अनुसार, पूछताछ के दौरान इस युवती की पहचान कुरुक्षेत्र (हरियाणा) निवासी अमन के रूप में हुई. उसने पुलिस को बताया कि अपने तमाम दोस्‍तों की तरह वह भी कनाडा जाकर अपनी जिंदगी नए सिरे से शुरू करना चाहती थी. इसी कोशिश के बीच उसके एक दोस्‍त ने उसकी मुलाकात एक गौरव नामक के ट्रैवल एजेंट से कराई।
एजेंट गौरव ने उसे 20 लाख रुपए के एवज में कनाडा पहुंचाने का भरोसा दे दिया. गौरव ने अमन को यह भी भरोसा कि कनाडा पहुंचने के बाद रहने और नौकरी का इंतजाम भी वह कर देगा. तय डील के तहत, अमन ने गौरव को दो लाख रुपए का भुगतान कर दिया और बाकी बची राशि का भुगतान कनाडा पहुंचने के बाद करने की बात तय हुई. रुपए मिलने के बाद गौरव ने अमन के लिए दूसरे पासपोर्ट का इंतजाम कर दिया।
*कुरुक्षेत्र से अरेस्‍ट किया गया मामले का मास्‍टरमाइंड*
डीपीसी उषा रंगनानी के अनुसार, अमन किसी और का पासपोर्ट लेकर आईजीआई एयरपोर्ट पहुंच गई और इमिग्रेशन जांच के दौरान पासपोर्ट में लगी फोटो ने उसका भांडा फोड़ दिया. और वह, वह अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो सकी. अमन के खुलासे के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीं उसके कब्‍जे से मिले पासपोर्ट को जब्‍त कर लिया गया है. यह पासपोर्ट दलजीत कौर के नाम पर जारी हुआ था। अमन के खुलासे के बाद पुलिस ने आरोपी गौरव की तलाश शुरू कर दी. एक लंबी कवायद के बाद गौरव जुनेजा नामक के इस एजेंट को हरियाणा के कुरुक्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया गया है. मामले की तफ्तीश फिलहाज जारी है।

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