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*राजगुरु जैसे अनेक बलिदानियों के कारण ही आजादी का जीवन जी रहें हैं हम ;- एडवोकेट पवन सैनी*

*राणा ओबराय*
*राष्ट्रीय ख़ोज/भारतीय न्यूज,*
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*राजगुरु जैसे अनेक बलिदानियों के कारण ही आजादी का जीवन जी रहें हैं हम ;- एडवोकेट पवन सैनी*
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पानीपत (राजेश ओबराय) :- स्थानीय भगत सिंह स्मारक में शहीद ए आजम भगत सिंह के अंतरंग मित्र शहीद राजगुरु के 114 वें जन्मदिन के अवसर पर एक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता वरिष्ठ सीपीआई नेता कामरेड सेवा सिंह मलिक ने की और संचालन सीपीआई के जिला सचिव पवन कुमार सैनी एडवोकेट ने किया। सीपीआई के राज्य सचिव कामरेड दरियाव सिंह कश्यप ने महान क्रांतिकारी शहीद राजगुरु के जीवन पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि शिवराम हरि राजगुरु उन महान क्रांतिकारियों में प्रमुख रुप से शामिल हैं, जिनका बलिदान देश को आजाद करवाने में अहम योगदान रखता है। भगत सिंह और सुखदेव के साथ 23 मार्च 1931 को फांसी के फंदे पर झूलने वाले राजगुरु का जन्म 24 अगस्त1908 को महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले के खेड़ा गाँव ( अब राजगुरु नगर) में पिता हरिनायण राजगुरु तथा माता पार्वती देवी के घर हुआ। कामरेड कश्यप ने बताया कि जब राजगुरु मात्र 6 वर्ष के थे तो उनके पिता का देहांत होगया और उनका बचपन संकटपूर्ण स्थिति में गुजरा। शिक्षा, अध्ययन के दौरान ही राजगुरु अनेक क्रांतिकारियों के सम्पर्क में आए और उन्होंने देश को आजाद कराने के आंदोलन को परम उद्देश्य बना लिया। आज हम राजगुरु जैसे अनेक बलिदानियों के कारण ही आजादी का जीवन जी रहें हैं और हमेशा उनके ऋणि रहेंगे।
बैठक के बाद स्मारक में स्थापित राजगुरु की प्रतिमा पर दरियाव सिंह कश्यप, पवन कुमार सैनी, सेवा सिंह मलिक, इन्द्र सिंह दूहन, सतीश कुमार, भूपेन्द्र कश्यप, प्रदीप जिंदल, नवल किशोर, रतना आदि ने शहीद राजगुरु अमर रहे, शहीद राजगुरु जिन्दाबाद आदि नारों के बीच पुष्पमाला एवं फूल अर्पित करके उन्हें नमन किया ।

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