Friday, September 20, 2024
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पंजाब विजिलेंस ने पूर्व मंत्री आशु का चेलेंज स्वीकार करते हुए योजनाबद्ध तरीके से किया था गिरफ्तार!*

राणा ओबराय
राष्ट्रीय ख़ोज/भारतीय न्यूज,
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पंजाब विजिलेंस ने पूर्व मंत्री आशु का चेलेंज स्वीकार करते हुए योजनाबद्ध तरीके से किया था गिरफ्तार!*
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चंडीगढ ;- पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने राज्य के पूर्व फूड सप्लाई मिनिस्टर और कांग्रेसी नेता भारत भूषण आशू को सोमवार देर शाम गिरफ्तार कर लिया। आशू को ट्रांसपोर्टेशन टेंडर घोटाले में गिरफ्तार किया गया। आशू को विजिलेंस टीम ने उस समय दबोचा जब वह एक सैलून में बाल कटवाने गए थे। इस दौरान लुधियाना के कांग्रेसी सांसद रवनीत सिंह बिट्‌टू भी आशू के साथ मौजूद थे। आशू की गिरफ्तारी के समय बिट्‌टू विजिलेंस अधिकारियों से भिड़ गए। विजिलेंस अधिकारियों ने पूरी प्लानिंग के तहत रेड कर आशू को गिरफ्तार किया। राज्य की मंडियों में गेहूं की लोडिंग-अनलोडिंग से जुड़े टेंडर घोटाले में गिरफ्तार ठेकेदार ने आशू का नाम लिया था। उसके बाद से आशू विजिलेंस के रडार पर थे। सोमवार को विजिलेंस टीम ने सैलून में बाल कटवाने पहुंचे आशू को गिरफ्तार कर लिया। आशू की गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस ने लुधियाना विजिलेंस ऑफिस का घेराव शुरू कर दिया है।
सुबह ही HC से पिटीशन वापस ली थी
भारत भूषण आशू ने HC में पिटीशन दायर की थी। जिसमें गिरफ्तारी से पहले 7 दिन के नोटिस की मांग की थी। हालांकि आज सुबह ही आशू ने यह पिटीशन वापस ले ली। उन्होंने नए सिरे से पिटीशन दायर करने की छूट मांगी। इसकी भनक विजिलेंस को भी लग गई। आशू फिर से हाईकोर्ट पहुंचते, विजिलेंस ने आशू को गिरफ्तार कर लिया। पंजाब कांग्रेस ने आज चंडीगढ़ में विजिलेंस के डायरेक्टर के ऑफिस के बाहर धरना दिया था। इस दौरान आशू ने चैलेंज किया था कि वह यहां मौजूद हैं, विजिलेंस गिरफ्तार कर ले। उस वक्त विजिलेंस ने कोई एक्शन नहीं लिया। धरने के बाद आशू वापस लुधियाना लौट गए। देर शाम वह फुरसत में सेलून पहुंचे तो विजिलेंस वहां गिरफ्तार करने पहुंच गई।
लेबर ट्रांसपोर्टेशन टेंडर घोटाला में अनाज मंडियों में आरोपी वाहनों पर नकली नंबर प्लेट लगाकर माल की ढुलाई करते थे। वहीं आरोपियों ने टेंडर लेने से पहले विभाग में गलत वाहनों के नंबर लिखवा दिए। जांच के दौरान पता चला कि जो नंबर लिखवाए थे वह स्कूटर, बाइक आदि टू-व्हीलर के थे। जिन वाहनों के यह नंबर हैं, वह माल ढोने के लिए मान्य ही नहीं हैं। इस मामले में करीब 2 महीने पहले कुछ ट्रांसपोर्ट मालिकों व ठेकेदारों की ओर से उस समय के कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशू पर कुछ कॉन्ट्रैक्टर और ठेकेदारों को फायदा पहुंचाने और करोड़ों रूपए की धोखाधड़ी करने के आरोप लगे थे। अब इस मामले में जांच के बाद विजिलेंस की ओर से FIR दर्ज करके गिरफ्तारी करनी शुरू कर दी गई है। आशू पर टेंडरिंग के 2 हजार करोड़ के घोटाले का भी आरोप है।

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