हरियाणा भाजपा उम्मीदवार ने मोदी नाम जाप से जीता लोकसभा चुनाव, हरियाणा का बढ़ाया मान- सम्मान*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय खोज/भारतीय न्यूज,
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हरियाणा भाजपा उम्मीदवार ने मोदी नाम जाप से जीता लोकसभा चुनाव, हरियाणा का बढ़ाया मान- सम्मान*
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चंडीगड़ ;- हरियाणा की सभी दस लोकसभा सीटों पर भारतीय जनता पार्टी ने जीत दर्ज की है। 2014 के मुकाबले सभी सीटों पर जीत का अंतर भी बढा है। वहीं रोहतक लोकसभी की जीत ही बड़े से बड़े अंतर से कहीं अधिक बड़ी है। करनाल लोकसभा सीट से संजय भाटीया ने सबसे ज्यादा अंतर 6 लाख 56 हजार 142 वोट के अंतर से जीती है। संजय भाटीया को 9 लाख 11 हजार 594 वोट मिले है। वहीं दूसरे नंबर पर कांग्रेस के कुलदीप शर्मा को 2 लाख 55 हजार 452 वोट मिले है। 2014 में भाजपा के अश्वनी चौपड़ा ने 3 लाख 60 हजार 147 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की थी। फरीदाबाद लोकसभा सीटे से भाजपा के कृष्णपाल गुर्जर ने दुसरी सबसे बड़ी जीत दर्ज की है। गुर्जर ने 6 लाख 38 हजार 239 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की है। कृष्णपाल गुर्जर को 9 लाख 13 हजार 222 वोट मिली हैं, जबकि दूसरे नंबर पर रहे कांग्रेस के अवतार सिंह बडाना को 2 लाख 74 हजार 983 वोट मिली है। कृष्ण पाल ने पिछली बार हरियाणा की सबसे बड़ी जीत दर्ज की थी। गुर्जर ने पिछली बार का अपना 4 लाख 66 हजार 873 वोटों की जीत का रिकार्ड तोड़ा है। भिवानी महेन्द्रगढ लोकसभा सीट से भाजपा के मौजूदा सांसद धर्मबीर ने भी मोदी लहर में अपने पिछली बार के जीत के अंतर 1 लाख 29 हजार 394 को तोड़ कर नया 4 लाख 44 हजार 463 वोटों के अंतर की जीत का रिकार्ड बनाया है। इस बार धर्मबीर को 7 लाख 36 हजार 699 वोट मिले है., जबकि कांग्रेस की श्रुति चौधरी को 2 लाख 92 हजार 263 वोट मिले है।
गुरुग्राम लोकसभा सीट से भी मौजूदा सांसद राव इंद्रजीत सिंह ने जीत के अंतर को बढाया है। इस बार राव को कुल 8 लाख 81 हजार 546 वोट मिले है, जबकि कांग्रेस के कैप्टन अजय यादव को 4 लाख 95 हजार 290 वोट ही मिली, राव ने कैप्टन को 3 लाख 86 हजार 256 के बड़े अंतर से हराया है। राव ने 2014 में भी 2 लाख 74 हजार 722 वोटों के अंतर से जीत दर्ज करी थी।
कुरुक्षेत्र लोकसभा से भाजपा के मौजूदा सांसद के बागी होने पर नायाब सैनी को भाजपा ने चुनाव मैदान में उतारा, सैनी ने कांग्रेस के निर्मल सिंह को 3 लाख 84 हजार 591 वोटों के बड़े अंतर से हराया है। सैनी को 6 लाख 88 हजार 629 वोट मिले जबकि निर्मल सिंह को 3 लाख 4 हजार 38 वोट मिले है।जबकि पिछली बार भाजपा के राजकुमार सैनी ने 1 लाख 29 हजार 736 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की थी। अंबाला से मौजूदा सांसद विरोध के बाद भी अपने जीत के अंतर को बढाने में कामयाब रहे, भाजपा के रतन लाल कटारीया ने कांग्रेस की कुमारी शैलजा को 3 लाख 42 हजार 345 वोटों के अंतर से हराया है। कटारिया को कुल 7 लाख 46 हजार 508 वोट मिले जबकि कांग्रेस की शैलजा को 4 लाख 4 हजार 163 वोट मिले है। कटारिया ने 2014 में भी 3 लाख 40 हजार 74 वोटों से कांग्रेस के राजकुमार वाल्मिकी को मात दी थी। हिसार लोकसभा सीट पर आईएएस की नौकरी छोड़कर जीवन का पहला चुनाव लड़ने वाले कैन्द्रीय मंत्री चौधरी बिरेन्द्र सिंह के बेटे बृजेन्द्र सिंह ने मौजूदा सांसद चौधरी देवीलाल के पड़पोत्र दुष्यंत चौटाला को 3 लाख 14 हजार 68 वोटों के बड़े अंतर से हराया है। हांलाकि 2014 में दुष्यंत चौटाला 31 हजार 847 वोटों से ही जीत दर्ज कर पाए थे। बृजेन्द्र सिंह को 6 लाख 3 हजार 289 वोट मिले है, जबकि दुष्यंत चौटाला को 2 लाख 89 हजार 221 वोट मिले है। दुष्यंत जेजेपी और आप गठबंधन के एक मात्र उम्मीदवार है जो अपनी जमानत जब्त होने से बचा पाए है। इस सीट पर कांग्रसे के उम्मीदवार भव्य बिश्नोइ कांग्रेस के एक मात्र उम्मीदवार हो जो अपनी जमानत जब्त नहीं बचा पाए। भव्य को कुल एक लाख 84 हजार 369 वोट मिले है। सिरसा लोकसभा सीट पर भाजपा की सुनीता दुग्गल ने भी 3 लाख 9 हजार 918 वोटों से जीत दर्ज की है। दुग्गल को कुल 7 लाख 14 हजार 351 वोट मिले है, जबकि कांग्रेस के अध्यक्ष खुद उम्मीदवार थे जिन्हें 4 लाख चार हजार 433 वोट मिले है। 2014 में सिरसा से इनेलो की सीट पर चरण जीत सिंह रोहड़ी ने एक लाख 15 हजार 736 वोटों से जीत दर्ज की थी। सोनीपत लोकसभा से यूं तो भाजपा के रमेश कोशिक मौजूदा सांसद है। लेकिन इस बार मुकाबला कड़ा और दिलचप भी था, क्योकि कांग्रेस की सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा चुनाव मैदान में थे। लेकिन कोशिक ने हुड्डा को चारो खाने चित कर दिया है। कोशिक ने हुड्डा को एक लाख 64 हजार 864 वोटों से हराया है। कोशिक की हुड्डा पर 2014 के मुकाबले दोगुणें से ज्यादा अंतर की जीत रही है। कौशिक को कुल 5 लाख 87 हजार 664 वोट मिले जबकि भूपेन्द्र सिंह हुड्डा को 4 लाख 22 हजार 800 वोट मिले है। 2014 में कोशिक महज 77 हजार 414 वोटों से ही जीते थे। चुनाव की सबसे हॉट सीट और हुड्डा का गढ कही जाने वाली रोहतक लोकसभी सीट पर कांटे का मुकाबला हुआ और अंत में हुड्डा के गढ में भाजपा ने जीत दर्ज की, भाजपा का जाट लैंड में गैर जाट को लैंड करवाना भा गया। रोहतक लोकसभा से लगातार तीन बार सांसद दीपेन्द्र सिंह हुड्डा को 7503 वोटों से मात दी। हांलाकि दीपेन्द्र 2014 में रोहतक से एक लाख 70 हजार 627 वोटों से जीत दर्ज की थी। चुनवा के ठीक पहले भाजपा में शामिल हुए शर्मा ने कांग्रेस के सबसे मजबूत उम्मीदवार की धूल चटाई है। अरविंद शर्मा को 5 लाख 73 हजार 845 वोट मिली तो वहीं दीपेन्द्र को भी 5 लाख 66 हजार 342 वोट मिली है। बुहत ही क्लोज और रोमंचक मुकाबले में अरविंद शर्मा के हाथ जीत लगी इसी लिए तो कहते है जो जीता वही सिकंदर। भाजपा के सभी दस उम्मीदवारों में से सबसे बड़ा सीकंदर यहां अरविंद शर्मा साबित हुआ है। हुड्डा के गढ को फतह करना मनोहर के साथ – साथ मोदी और अमित शाह के लिए प्राथमिकता पर था।