पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के न्यायाधीश माननीय न्यायमूर्ति पंकज जैन ने आज दीक्षांत समारोह में नव-नामांकित अधिवक्ताओं को शपथ दिलाकर 574 नामांकन प्रमाण पत्र किए वितरित*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय खोज/भारतीय न्यूज,
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पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के न्यायाधीश माननीय न्यायमूर्ति पंकज जैन ने आज दीक्षांत समारोह में नव-नामांकित अधिवक्ताओं को शपथ दिलाकर 574 नामांकन प्रमाण पत्र किए वितरित*
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चंडीगढ़ ;- पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के न्यायाधीश माननीय न्यायमूर्ति पंकज जैन ने आज अर्थात 20.09.2025 को विधि भवन में पंजाब एवं हरियाणा बार काउंसिल द्वारा आयोजित दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया और नव-नामांकित अधिवक्ताओं को शपथ दिलाकर 574 नामांकन प्रमाण पत्र वितरित किए। माननीय न्यायाधीश ने उन्हें वकालत में सफलता की कामना करते हुए, नए प्रवेशकों को स्वयं पर गर्व करने और कानूनी पेशे की गरिमा बनाए रखने के लिए प्रेरित किया। माननीय न्यायाधीश ने उन्हें एक बदमाश समूह न बनने, बल्कि संस्थान की गरिमा को बनाए रखते हुए इसके पथप्रदर्शक बनने के लिए प्रोत्साहित किया।
न्यायमूर्ति जैन ने सभी नए प्रवेशकों का स्वागत किया और उनके हार्दिक संबोधन ने नए नामांकित युवा वकीलों को उत्कृष्टता के लिए प्रयास करने और शॉर्टकट अपनाए बिना समाज पर सकारात्मक प्रभाव डालने के लिए बहुत प्रोत्साहन दिया। पंजाब और हरियाणा बार काउंसिल के अध्यक्ष श्री राकेश गुप्ता ने समारोह का स्वागत किया और माननीय न्यायमूर्ति पंकज जैन के प्रति आभार व्यक्त किया और नए प्रवेशकों को महान कानूनी पेशे की गरिमा और अखंडता बनाए रखने की सलाह दी। श्री सुरिंदर दत्त शर्मा, मानद सचिव, श्री सी.एम. मुंजाल, अध्यक्ष, वित्त समिति, श्री अजय चौधरी, सदस्य नामांकन समिति, श्री गुरतेज सिंह ग्रेवाल, अध्यक्ष चुनाव समिति, पंजाब श्री करमजीत सिंह, सदस्य अनुशासन समिति, श्री राज कुमार चौहान, अध्यक्ष विशेषाधिकार समिति, इस अवसर पर बार काउंसिल के सदस्य डी.सी. चेतन वर्मा भी उपस्थित थे। इस अवसर पर अन्य अधिवक्तागण तथा पंजाब, हरियाणा और केन्द्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के विभिन्न स्थानों से आए नव नामांकित अधिवक्ताओं के माता-पिता और अभिभावक भी उपस्थित थे। आज पंजाब एवं हरियाणा बार काउंसिल के दीक्षांत समारोह में लगभग 574 वकीलों ने अपना नामांकन कराया। यह दीक्षांत समारोह वकीलों के जीवन में एक नए अध्याय की शुरुआत का प्रतीक है और एक महत्वपूर्ण अवसर है। यहाँ यह भी बताना उचित होगा कि पंजाब एवं हरियाणा बार काउंसिल की स्थापना अधिवक्ता अधिनियम, 1961 के तहत हुई थी और अपनी स्थापना के बाद से पंजाब एवं हरियाणा बार काउंसिल में एक लाख सत्तावन हज़ार से अधिक अधिवक्ता शामिल हो चुके हैं।

