चंडीगढ़ ISBT सेक्टर 43 में CTU और HRTC में फिर हुई तनातनी / काउंटर पर नहीं लगने दी हिमाचल रोडवेज की बस / हुआ हंगामा*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय खोज/भारतीय न्यूज,
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चंडीगढ़ ISBT सेक्टर 43 में CTU और HRTC में फिर हुई तनातनी / काउंटर पर नहीं लगने दी हिमाचल रोडवेज की बस / हुआ हंगामा*
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चंडीगढ़ ;- यूटी परिवहन विभाग और हिमाचल सड़क परिवहन निगम के बीच बसों के संचालन पर एक बार फिर तनातनी शुरू हो गई है। दोनों परिवहन निगमों के बीच तनातनी के चलते माहौल एक बार फिर गरमा गया है। चंडीगढ़ के सेक्टर-43 स्थित बस स्टैंड (आईएसबीटी-43) में वीरवार सुबह जमकर हंगामा हुआ। सीटीयू और एचआरटीसी की बसों की टाइमिंग को लेकर जमकर बवाल हुआ। बवाल इतना बढ़ गया कि दोनों तरफ के अधिकारियों को बीच-बचाव करना पड़ा।
जानकारी के अनुसार सुबह 8.50 बजे सीटीयू की बस हिमाचल के हमीरपुर के लिए चलती है। इसी टाइमिंग पर हिमाचल की वॉल्वो बस मनाली के लिए काउंटर पर लगती है। दोनों बसों की टाइमिंग एक होने की वजह से सीटीयू और एचआरटीसी के चालक व परिचालकों के बीच बहस हो गई। आईएसबीटी-43 के काउंटर नंबर 18/19 पर हिमाचल की बसें लगती हैं। सीटीयू बस चालक ने अपनी बस इसी काउंटर पर खड़ी कर दी। इस बात को लेकर एचआरटीसी और सीटीयू के चालकों के बीच बहस हो गई। बात इतनी बढ़ कि की सीटीयू चालक बस हटाने को तैयार नहीं हुआ। इसके बाद जमकर हंगामा हुआ। इस घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। एचआरटीसी के इंस्पेक्टर जसबीर सिंह ने बताया कि इससे पहले भी सीटीयू की तरफ से इस तरह का हंगामा किया जा चुका है। बस टाइमिंग एक होने की वजह से दोनों निगमों में विवाद होता है। इस बार भी टाइमिंग को लेकर विवाद हुआ, लेकिन बाद में सीटीयू के उच्चाधिकारियों के बात कर मामले को शांत करवाया गया। इंस्पेक्टर जसबीर सिंह का कहना है कि सीटीयू की बस की टाइमिंग सुबह 8.50 बजे की है, लेकिन चालक बस का काउंटर पर 8.00 बजे की खड़ा कर देते हैं। इस वजह से अन्य बसें काउंटर पर नहीं लग पाती। शुक्रवार सुबह भी इसी तरह का बवाल होने की संभावना बनी थी, लेकिन किसी तरह मामले को फिर से शांत करवाया गया।
चालक व परिचालकों का आरोप है कि सीटीयू के स्टेशन सुपरवाइजर सतविंदर सिंह बेवजह हिमाचल की बस को काउंटर पर लगाने से रोका था। इससे पहले भी वह बसों की टाइमिंग को लेकर बवाल करते रहे हैं। हिमाचल के बस काउंटर पर जबरदस्ती अपनी बसों को खड़ा करवाते हैं। बस की टाइमिंग से लगभग एक घंटा पहले ही बस को काउंटर पर लगवा देते हैं। इस वजह से दूसरी बसें काउंटर पर नहीं लग पाती। इससे चालक-परिचालक के अलावा यात्रियों को भी खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है। हिमाचल रोड ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (एचआरटीसी) की सैकड़ों बसें रोजाना चंडीगढ़ आती व जाती हैं। आईएसबीटी-43 में एचआरटीसी की करीब 350 से 400 बसों एंट्री होती है। क्योंकि आईएसबीटी-43 से ही बसें शिमला, मनाली, देहरादून, हरिद्वार, मंडी, धर्मशाला समेत अन्य राज्यों के लिए भी जाती हैं।

