हरियाणा में दो दशकों बाद पहली बार नेता प्रतिपक्ष चुनने में इतना लंबा समय/ सत्र समाप्ति के बाद भी कांग्रेस नही चुन पा रही नेता प्रतिपक्ष!*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय खोज/भारतीय न्यूज,
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
हरियाणा में दो दशकों बाद पहली बार नेता प्रतिपक्ष चुनने में इतना लंबा समय/ सत्र समाप्ति के बाद भी कांग्रेस नही चुन पा रही नेता प्रतिपक्ष!*
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
चंडीगड़ ;- हरियाणा में 8 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव परिणाम जारी हुए थे और 17 अक्टूबर को भाजपा पार्टी की नायब सैनी सरकार का हरियाणा में गठन हुआ था। लगभग डेढ़ माह बीत जाने के बाद भी कांग्रेस अभी तक विधायक दल का नेता नहीं चुन पाई है। दो दशकों के बाद हरियाणा में ऐसा पहली बार हो रहा कि हरियाणा को नेता प्रतिपक्ष के लिए इतना लंबा इंतजार करना पड़ रहा है।
इसका मुख्य कारण पिछले 3 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को लगातार मिली हार है। 2009 में भी कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी, लेकिन बहुमत से पीछे रह गई थी। 2005, 2009, 2014 और 2019 में चुनाव परिणाम के बाद करीब 15 दिन के अंदर नेता प्रतिपक्ष चुन लिए गए थे। नेता चुनने के लिए कांग्रेस हाईकमान ने 18 अक्टूबर को 4 पर्यवेक्षक भेजे थे, लेकिन विधायक दल की बैठक में हाईकमान पर फैसला छोड़ दिया गया।