*सीएम नायब सैनी ने हरियाणा सिविल सचिवालय के कर्मचारियों से किया आह्वान/ राष्ट्रीय एकता दिवस पर हरियाणा के लोगों की अपेक्षाएं व आवश्यकताओं को पूरा करने का लें संकल्प*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय खोज/भारतीय न्यूज,
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*सीएम नायब सैनी ने हरियाणा सिविल सचिवालय के कर्मचारियों से किया आह्वान/ राष्ट्रीय एकता दिवस पर हरियाणा के लोगों की अपेक्षाएं व आवश्यकताओं को पूरा करने का लें संकल्प*
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चंडीगढ़ ;- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने देश के प्रथम गृह मंत्री और लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य पर सरदार पटेल को याद करते हुए उन्हें शत्-शत् नमन किया और उनके चरणों में पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने सिविल सेवकों का आह्वान किया कि वे राष्ट्रीय एकता दिवस पर यह संकल्प लें कि हरियाणा के लोगों की जो भी अपेक्षाएं हैं, उन पर हम खरा उतरेंगे व उनकी आवश्यकताओं को पूरा करते हुए हरियाणा को मजबूती से आगे बढ़ाने का काम करेंगे। मुख्यमंत्री आज हरियाणा सिविल सचिवालय, चंडीगढ़ में राष्ट्रीय एकता दिवस पर आयोजित शपथ समारोह में बोल रहे थे। इससे पहले मुख्यमंत्री ने सरदार वल्लभभाई पटेल के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया।
उन्होंने कहा कि सरदार पटेल उच्च कोटि के राजनेता और प्रशासनिक व्यक्ति थे। उनके जीवन से हमें जानने को मिलता है कि उनका जीवन सदैव देश के हित और देश के लोगों समस्याओं के समाधान करने के लिए समर्पित रहा, ताकि आने वाली पीढ़ियां खुली हवा में साँस ले सकें। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल ने स्वतंत्रता संग्राम में अहम भूमिका निभाई, वहीं आजादी के बाद देश को एक सूत्र में पिरोने का अतुलनीय कार्य भी किया।
सरदार पटेल ने 562 रियासतों का एकीकरण करके अखंड भारत का किया निर्माण
श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि जब देश आजाद हुआ, तो उस समय देश कई छोटी-बड़ी
रियासतों में बंटा था। उस समय सरदार पटेल ने अपनी सूझबूझ से 562 रियासतों का एकीकरण कर एकता के सूत्र में पिरोकर अखंड भारत का निर्माण किया।
उन्होंने कहा कि जब देश आजाद हुआ तो एक ओर आजादी का जश्न मनाया जा रहा था तो दूसरी ओर लाखों लोगों का बलिदान हो रहा था। कई क्रांतिवीरों में इस देश की आजादी के लिए स्वयं को कुर्बान किया। उन्होंने कहा कि अंग्रेजों ने यहां बहुत अत्याचार किया और लोगों का शोषण करने का काम किया। उन्होंने कानून भी अपनी सुविधा अनुसार बनाये। यदि कोई अंग्रेजों के विरुद्ध आवाज उठाता था, तो उसे यातनाएं दी जाती थी। परंतु आज प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री श्री अमित शाह द्वारा अंग्रेजों के बनाए हुए कानून को खत्म करके भारत संहिता अनुसार कानून बनाने का काम किया गया है।