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हिमाचल पुलिस को हरियाणा पुलिस ने किया डिटेन! हिमाचल पुलिस के पास था विमान कंपनी के दफ्तर का सर्च वॉरंट*

राणा ओबराय
राष्ट्रीय खोज/भारतीय न्यूज,
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हिमाचल पुलिस को हरियाणा पुलिस ने किया डिटेन! हिमाचल पुलिस के पास था विमान कंपनी के दफ्तर का सर्च वॉरंट*
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गुरुग्राम/शिमला ;- हिमाचल में राज्यसभा चुनाव के दौरान विधायकों की खरीद-फरोख्त के मामले में शिमला पुलिस लगातार जांच कर रही है। शिमला पुलिस गुरुग्राम में एक हेलीकॉप्टर कंपनी के दफ्तर की तलाशी लेने गई थी। लेकिन हरियाणा पुलिस ने शिमला पुलिस के जवानों को थाने में डिटेन कर दिया। इस दौरान बाद में एसपी शिमला और डीजीपी हरियाणा में वार्तालाप हुआ और तब जाकर शिमला पुलिस को जाने दिया गया। दरअसल, हिमाचल प्रदेश में 27 फरवरी को राज्यसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के छह और तीन निर्दलीय विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की थी। इसके बाद ये सभी विधायक पहले चंडीगढ़ और फिर उत्तराखंड में कई दिन तक होटल में रहे। इनके आवागमन के लिए हेलीकॉप्टर अरेंज करवाया गया था. ऐसे में इसी हेलीकॉप्टर कंपनी की दफ्तर की सर्च के लिए शिमला पुलिस मंगलवार को गुरुग्राम में वारंट लेकर गई थी. हालांकि, जब टीम जांच करने गुरुग्राम पहुंची तो हरियाणा पुलिस शिमला पुलिस की जवानों साथ में थाने ले गई और फिर देर रात तक थाने में बिठाए रखा. बाद में शिमला के एसपी ने डीजीपी से बात की।बताया जा रहा है कि इस मामले में टूर एंड ट्रैवल कंपनी के कर्ता-धर्ताओं को 20 लाख रुपये चुकाये गए हैं और ऐसे में ये रकम कहां से आई और इसका भुगतान कैसे किया गया, ये भी शिमला पुलिस की जांच के दायरे में है। शिमला का थाना बालूगंज इस मामले की जांच कर रहा है। मामले में विमानन कंपनी रिकॉर्ड देने में ना-नुकर कर रही है. जबकि शिमला पुलिस ने कई बार कंपनी से आग्रह किया है. पुलिस के डीसीपी स्तर के अधिकारी ने बताया कि हिमाचल प्रदेश पुलिस की टीम वारंट लेकर आई थी. राजेंद्रा पार्क थाना से एक टीम उनके साथ गई थी. टीम ने सेक्टर 108 की शोभा सोसाइटी में हेलीकाप्टर उपलध कराने वाली कंपनी के ऑफिस में जांच की. इसके बाद रात को टीम वापिस लौट गई। राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग के बाद कांग्रेस के अभिषेक मनु सिंघवी हार गए थे. यहां पर क्रॉस वोटिंग से हार हुई थी. बाद मे कांग्रेस के नेताओं संजय अवस्थी और भुवनेश्वर गौड़ ने शिमला के बालूगंज थाना में केस दर्ज करवाय था. आरोप है कि सरकार को गिराने के लिए पैसों का लेन देन किया गया. मामले में हरियाणा के पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर के करीबी तरुण भंडारी का नाम भी शामिल है. उन्हें भी शिमला पुलिस ने समन किया था. इसके अलावा, हमीरपुर से भाजपा विधायक विधायक आशीष शर्मा (तब आजाद विधायक) और पूर्व विधायक चैतन्य शर्मा के पिता आरोपी हैं।

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